Weather Update:उत्तर भारत में मौसम ने अचानक करवट ली है और अब साल के आखिरी दिनों में ठंड का प्रकोप बढ़ चुका है। जहां एक ओर लोग नए साल का स्वागत करने के लिए उत्साहित हैं, वहीं दूसरी ओर दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और राजस्थान जैसे राज्यों में शीतलहर और घने कोहरे ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बारिश के थमने के बावजूद ठंड और कोहरे का असर जारी है, जिससे लोगों की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
राजस्थान में तापमान गिरा, कोहरे ने बढ़ाई परेशानी

राजस्थान में तापमान में भारी गिरावट देखी जा रही है। जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर और चूरू जैसे शहरों में घना कोहरा छाया हुआ है। सिरोही का न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जबकि जयपुर में यह 7.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस ठंड और शीतलहर ने जनजीवन को प्रभावित किया है। लोग घरों में कैद होने पर मजबूर हैं और सड़क पर यातायात में भी रुकावट आ रही है। इस मौसम में आम लोगों के लिए सामान्य कार्यों को करना भी मुश्किल हो गया है।
उत्तर प्रदेश और बिहार में भीषण ठंड और कोहरा

उत्तर प्रदेश और बिहार में भी ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। यूपी में न्यूनतम तापमान 3 डिग्री तक गिर गया है, जिससे ठंड की चपेट में आने वाले लोग परेशान हैं। बिहार में भीषण ठंड के साथ-साथ कोहरा भी पड़ा है, जिससे 13 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। यहां के लोग सर्दी और कोहरे की वजह से अपने घरों से बाहर निकलने में हिचकिचा रहे हैं और यातायात भी प्रभावित हो रहा है।
झारखंड और कश्मीर में ठंड का असर

झारखंड में भी ठंड और बारिश की वजह से लोग परेशान हैं। तापमान में गिरावट और बारिश की वजह से ठिठुरन बढ़ गई है। सामान्य जनजीवन को भी इससे मुश्किलें आ रही हैं। वहीं, कश्मीर के गुलमर्ग और पहलगाम में बर्फबारी और शीतलहर के चलते कड़ी ठंड का दौर जारी है। गुलमर्ग में तापमान हिमांक से 10 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया है, जिससे वहां के निवासी और पर्यटक दोनों ही ठंड से जूझ रहे हैं।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी

मौसम विभाग के अनुसार, 31 दिसंबर को उत्तर भारत के कई हिस्सों में घना कोहरा और शीतलहर जारी रहने की संभावना है। तापमान में और गिरावट हो सकती है, जिससे ठंड का प्रकोप और बढ़ सकता है। इसके चलते दिल्ली और अन्य उत्तर भारतीय राज्यों में यातायात बाधित हो सकता है और सामान्य जीवन प्रभावित हो सकता है। यात्रियों को खासकर ट्रेनों और फ्लाइट्स की स्थिति को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी गई है।