Jairam Ramesh: कांग्रेस (Congress) पार्टी ने 2023 में भारत से नागरिकता छोड़ने वाले भारतीयों की संख्या के आंकड़े का हवाला देते हुए सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस के नेताओं ने दावा किया है कि इस साल 2.16 लाख भारतीयों ने अपनी नागरिकता छोड़ी है, और यह संख्या 2011 की तुलना में दोगुनी है, जब यह आंकड़ा 1.23 लाख था. कांग्रेस के संचार प्रभारी जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने कहा कि इस पलायन में उच्च कौशल वाले और अमीर भारतीय शामिल हैं, जो आने वाले वर्षों में देश की आर्थिक स्थिति और राजस्व आधार पर गंभीर असर डाल सकते हैं. जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि प्रमुख कारोबारी हस्तियां सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ब्रिटेन और अन्य देशों में जाकर नागरिकता प्राप्त कर रही हैं.
Read More: Ayodhya Rape Case पर छिड़ी सियासत! अखिलेश यादव ने की DNA टेस्ट की मांग.. तो मायावती ने पूछा ये सवाल…
राज्यसभा में विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह के उत्तर
आपको बता दे कि विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह (Kirti Vardhan Singh) ने हाल ही में राज्यसभा को लिखित जवाब में बताया था कि 2023 में 2.16 लाख से अधिक भारतीयों ने अपनी नागरिकता छोड़ दी है. इसके पूर्व के वर्षों के आंकड़े भी चिंता बढ़ाने वाले हैं: 2022 में 2.25 लाख, 2021 में 1.63 लाख, 2020 में 85,256, और 2019 में 1.44 लाख भारतीयों ने भारत की नागरिकता छोड़ी.
उच्च कौशल और अमीर भारतीयों के पलायन का प्रभाव
बताते चले कि जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने कहा कि एक प्रमुख वैश्विक निवेश प्रवासन सलाहकार फर्म के अनुसार, पिछले तीन वर्षों में 17 हजार से अधिक करोड़पति भारतीयों ने देश छोड़ दिया है. उन्होंने बताया कि यह पलायन पिछले एक दशक में कॉर्पोरेट भारत में भय और अनिश्चितता के माहौल, अपारदर्शी कर नीतियों और मनमाने कर प्रशासन का परिणाम हो सकता है. रमेश ने इसे एक “आर्थिक उपहास” बताते हुए कहा कि इससे देश के कर राजस्व आधार में कमी आएगी, जो आने वाले वर्षों में आर्थिक चुनौतियों को बढ़ा सकता है.
Read More: UP में फिर चली तबादला एक्सप्रेस,एकसाथ 5 PCS अफसरों के हुए तबादले संगीता पांडेय Lucknow की नई SDM
आम आदमी पार्टी का सवाल और सरकार की प्रतिक्रिया
आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने नागरिकता छोड़ने वाले लोगों की बढ़ती संख्या पर सवाल उठाते हुए सरकार से यह पूछना चाहा कि क्या उसने इस मुद्दे की जांच के लिए कोई कदम उठाए हैं. कांग्रेस (Congress) की इस स्थिति को लेकर आलोचना का हवाला देते हुए सरकार का कहना है कि नागरिकता छोड़ने की वजहों का विश्लेषण करने के प्रयास किए जा रहे हैं और सरकार इस पर विचार कर रही है कि कैसे इस प्रवृत्ति को रोका जा सकता है.