लखनऊ संवाददाता- MOHD KALEEM
लखनऊ: जिले के सभी ग्रामीण व नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (पीएचसी) पर आरोग्य स्वास्थ्य मेले में कुल 4411 लोगों को इलाज मिला। जिसमें 1551 पुरुष, 2102 महिलायें और 758 बच्चे शामिल रहें।
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने कहा कि मरीजों को घर के पास ही स्वास्थ्य सुविधाएं देने का यह प्रयास है।
23 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया…
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी ने बताया कि इस दौरान 23 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया। साथ ही एंटीजन टेस्ट में सभी आठ लोगों की कोविड रिपोर्ट निगेटिव आयी। गर्भावस्था एवं प्रसवकालीन सेवाएं, पूर्ण टीकाकरण, बच्चों में डायरिया व निमोनिया के रोकथाम, बचाव और उपचार की जानकारी और सुविधाएं मुहैया कराई गई। कुपोषित बच्चों की पहचान और उनके उपचार के लिए समुचित कार्यवाही की जा रही है।
परिवार नियोजन के साधन भी भी मुहैया कराए गए…
परिवार कल्याण कार्यक्रमों के तहत बास्केट ऑफ च्वाइस के बारे में लोगों को बताया गया और इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधन भी मुहैया कराए गए। इसके अलावा ओपीडी के साथ ही फाइलेरिया, दिमागी बुखार, टीबी, मलेरिया, डेंगू एवं कुष्ठ रोग से सम्बंधित जानकारी, आवश्यक जांच, उपचार और रेफर की सुविधाएं प्रदान की गई।
इस दौरान स्वास्थ्य केंद्र पर राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सहित अन्य कार्यक्रमों के स्टॉल लगाए गए। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग (आईसीडीएस) ने भी अपना स्टाल लगाया था।
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2- फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी कर रहा था कई सालों से सिपाही, एफआइआर दर्ज…
लखनऊ: उत्तर प्रदेश का एक सिपाही फर्जी दस्तावेज लगाकर आठ से नौकरी कर रहा था। दस्तावेज मिलान पर मामले सामने आने के बाद विभागीय जांच चल रही थी। जांच में दोषी पाए जाने पर भर्ती बोर्ड ने हुसैनगंज थाने में आरोपी सिपाही के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
दिग्विजय सिंह के खिलाफ हुसैनगंज थाने में मुकदमा…
यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नत बोर्ड के अनुसचिव एएसपी आलोक कुमार जायसवाल ने आरोपी सिपाही दिग्विजय सिंह के खिलाफ हुसैनगंज थाने में मुकदमा लिखाया है। उनके मुताबिक यूपी में 2015 में पुलिस सिपाही व पीएसी सिपाही के पदों पर भर्ती हुई थी। जिसमें दिग्विजय सिंह नाम का अभ्यर्थी नागरिक पुलिस में सिपाही पद पर चयनित हुआ था।
ऑनलाइन निकाली गई मार्कशीट…
4 अप्रैल 2019 में बुलंदशहर पुलिस अधीक्षक ने भर्ती बोर्ड को सूचना दी कि कि सिपाही दिग्विजय के हाईस्कूल की मार्कशीट में अंकित जन्मतिथि और ऑनलाइन निकाली गई मार्कशीट की जन्मतिथि में अंतर है। जांच में सामने आया कि दिग्विजय ने जिस कौशांबी के आरक भार्गव इंटर कॉलेज की मार्कशीट लगाई है वह उसकी नहीं है। उस कॉलेज से 2012 में दिग्विजय नाम के किसी छात्र ने हाईस्कूल की परीक्षा पास ही नहीं की। यूपी बोर्ड ने भी इस संबंध में भर्ती बोर्ड को सभी दस्तावेज उपलब्ध कराए। जिससे साफ है कि दिग्विजय ने हाईस्कूल की फर्जी मार्कशीट लगाई।