Trapped In Myanmar:अगर आप भी विदेश में नौकरी करने का सपना देख रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है क्योंकि ये खबर पढ़कर निश्चित तौर पर विदेश में नौकरी करने की इच्छा रखने वाले युवाओं के रोंगटे खड़ी कर सकती है.यूपी के 3 युवकों से विदेश में नौकरी के नाम पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग का मामला सामने आया है जहां नौकरी के लिए म्यांमार गए 3 इंजीनियर दोस्त बंधक बना लिए गए हैं.इन तीनों युवकों ने वीडिया जारी कर भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है और बताया है कि,बंदूक के दम पर उनसे वहां 18 से 20 घंटे सिबर फ्रॉड का काम करवाया जा रहा है और ऐसा नहीं करने पर उन्हें बिजली के झटके दिए जाते हैं,मारपीट की जाती है।
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विदेश में नौकरी के चक्कर में बुरे फंसे 3 दोस्त
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बसहा कुर्सी रोड पर रहने वाले राहुल का कहना है कि,इससे पहले वो मलेशिया में रहकर कई महीने काम कर चुका था लेकिन बीमार होने के कारण वो वापस भारत लौट आया.इसके बाद दोबारा काम पर लौटने के लिए उसने अपने सुपरवाइजर से संपर्क किया जिसके कहने पर वो अपने दो दोस्तों सागर और अजय को भी अपने साथ ले गया.जिसमें से बाराबंकी के रहने वाले अजय ने एक वीडियो जारी कर बताया है कि,26 मार्च 2024 को वो अपने दोस्त सागर के साथ मलेशिया के लिए निकला था.लखनऊ से हैदराबाद होते हुए वो तीनों थाईलैंड पहुंचे और यहां एक होटल पर रुके जिसके बाद कैब लेकर वो सभी म्यांमार पहुंचे।
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बंदूक के दम पर कराया जा रहा साइबर फ्रॉड का काम
राहुल ने बताया कि,म्यांमार में इन तीनों युवकों से डरा-धमकाकर साइबर फ्रॉड से जुड़े गलत काम कराए जा रहे हैं और विरोध करने पर बंदूक के दम पर बंधक बना लिया जाता है और जो विरोध करता है उसे बुरी तरह पीटा जाता है.जबकि उसके दूसरे साथी अजय ने बताया कि,ये सारा गलत काम उन लोगों से चीन से जुड़ी एक कंपनी करा रही है.वहीं गुडंबा के आधारखेड़ा निवासी प्रापर्टी डीलर जोगिंदर चौहान का कहना है कि,उनके 24 वर्षीय भाई सागर चौहान सिविल इंजीनियर है 26 मार्च को वो अपने दोस्त राहुल उर्फ आरुष गौतम के साथ मलेशिया जाने की बात कहकर निकला था।
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कई देशों के युवकों को बनाया गया बंधक
इसके बाद उससे बात हुई तो उनसे बताया कि,उसके साथ तीसरा दोस्त बाराबंकी निवासी अजय कुमार भी है.इन तीनों को म्यांमार में नौकरी देने की बात कहकर वहां ले जाया गया लेकिन फिर जब उससे बात हुई तो उसने बताया कि,उन तीनों को वहां बंधक बना लिया गया है और टॉर्चर किया जा रहा है.उनसे घर से पैसे मंगाने की भी बात कही गई जिसके कहने पर अब तक 3 बार में दो,तीन और चार अप्रैल को 8 लाख 14 हजार रुपये भेजे गए।इस संबंध में लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने भारत सरकार के विदेश मंत्रालय से बातचीत की और इस पूरे प्रकरण की जानकारी दी है.म्यांमार में बंधक बनाए गए अब इन तीनों युवकों को सरकार भारत वापस लाने की कार्रवाई में जुटी हुई है.युवकों ने ये भी बताया है कि,जहां पर वो और उनके दोस्त बंधक हैं वहां पर अलग-अलग देशों के करीब 500 युवक बंधक बनाए गए हैं उन सभी से भी इसी तरह का काम कराया जाता है।