Loksabha Election 2024:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के वर्धा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा,2024 का ये चुनाव विकसित और आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने का चुनाव है.पीएम मोदी ने कहा,2014 से पहले ये धारणा बन गयी थी कि देश में कुछ अच्छा हो ही नहीं सकता लेकिन जिसको किसी ने नहीं पूछा उसको गरीब के इस बेटे ने पूजा है।10 वर्षों में हमने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.आपका आशीर्वाद भी बढ़ रहा है, आपका प्यार भी बढ़ रहा है इसलिए आज पूरा महाराष्ट्र कह रहा है फिर एक बार मोदी सरकार।
PM मोदी ने वर्धा में मांगा जनता से आशीर्वाद
महाराष्ट्र के वर्धा में पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित किया इस दौरान पीएम को सुनने के लिए भारी संख्या में लोगों की मौजूदगी रही जिसको लेकर पीएम मोदी ने कहा,आज इतनी बड़ी संख्या में आपकी उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि विकसित महाराष्ट्र और विकसित भारत का लक्ष्य अब ज्यादा दूर नहीं है.2024 का ये चुनाव, विकसित और आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने का चुनाव है.ये सपना आजादी से भी पहले बापू ने देखा था इसलिए आज जब देश इस दिशा में निर्णायक कदम उठाने जा रहा है तो इसमें वर्धा का विशेष आशीर्वाद चाहिए।
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‘24/7 फॉर 2047‘
मोदी की गारंटी को लेकर पीएम ने कहा,मेरे लिए ‘गारंटी’ महज एक शब्द नहीं है इसका मतलब है कि मैं अपना जीवन देश के लोगों को समर्पित कर दूं.2014 से पहले देश निराशा में डूबा हुआ था जिसमें व्यापक धारणा थी कोई सकारात्मक बदलाव नहीं हो सकता.ग्रामीणों के लिए बिजली,बहते पानी और पक्की सड़कों की उपलब्धता दूर की आकांक्षाओं जैसी लगती थी….गरीबों ने सोचा कि,वे हमेशा गरीब ही रहेंगे महिलाओं को लगा कि कोई भी उनकी समस्याओं को कभी नहीं समझेगा.हालाँकि मैंने उन लोगों की परवाह की जिन्हें दशकों तक दरकिनार कर दिया गया था,हमने अपने कार्यकाल में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला,हमने हर गांव तक बिजली सुनिश्चित की,हमने 11 करोड़ लोगों को नल का जल कनेक्शन प्रदान किया।
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“इंडी गठबंधन की सोच देश विरोधी,किसान विरोधी रही”
पीएम मोदी ने कहा,कांग्रेस और इंडी गठबंधन की सोच देश विरोधी और किसान विरोधी रही है इसलिए देश में दशकों तक किसानों की हालत खराब रही.परिवार के नाम पर पत्थर तो लग जाता था लेकिन कई पीढ़ियां गुजर जाती थी पर काम नहीं पूरा होता था.हम समस्याओं के समाधान के साथ ही संभावनाओं के सृजन के लिए भी काम कर रहे हैं.हमने अमरावती के संतरे और वर्धा की हल्दी को ‘एक जिला एक उत्पाद’ के तहत अलग से पहचान दी है ताकि यहां के किसानों को इसका लाभ हो।