हरदोई संवाददाता- Harsh Raj
Hardoi: अन्ना मवेशी पशुओं को लेकर जिला प्रशासन चाहे लाख दावे करता हो की पशु सभी संरक्षित कर लिए गए हैं पर सड़कों और खेतों तथा तहसील में भी अन्ना पशु घूमते नजर आ जाते हैं । कुछ ऐसा मामला तहसील सवायजपुर तहसील में नजर आया जब दो साँड़ तहसील परिसर में बने आवासीय परिसर की तीन मंजिल छत पर आपस मे लड़ते लड़ते पहुच गए। लोगो के द्वारा जब ये जानकारी तहसील प्रसासन को लगी तो वहां के कर्मचरियों ने काफी मशक्कत की पर उनको कामयाबी नही मिल पाई, 50 घण्टे बाद जब क्रेन पहुची तब जाकर उनको नीचे उतारा गया।
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छत पर दो साँड़ लड़ते-लड़ते पहुंचे
तस्वीरें हैं तहसील सवायजपुर की जहां तहसील परिसर में बने तीन मंजिल आवास की छत पर दो साँड़ लड़ते-लड़ते पहुंच गए ।सांडों के छत पर पहुचने की खबर जैसे ही प्रशासन को मिली प्रशासन आनन-फानन में उनको उतारने का प्रयास करने लगा पर कामयाबी नहीं मिल सकी। घंटे बाद जब क्रेन मंगाई गई और विभागीय अधिकारियों के द्वारा सांडों को बेहोश करके नीचे लाया गया सवाल यह उठता है की मुख्यमंत्री योगी के निर्देशों के बाद भी आखिर अन्ना मवेशी पशु खेतों में सड़क पर स्कूलों में क्यों घूमते हुए नजर आते हैं । जबकि प्रशासन आवारा अन्ना पशुओं के संरक्षित होने के बाद करता दिखता है।
सडीएम सवाइयजपुर ने बताया
पूरे मामले पर जानकारी देते हुए एसडीएम सवाइयजपुर ने बताया की परसो रात किसी कर्मचारी द्वारा दरवाजा खुला छोड़ दिया देर रात दो साँड़ ऊपर चढ़ गए ।कल पशु चिकित्सा विभाग के स्टाफ द्वारा प्रयास किया गया पर सफल नही हो सके आज क्रेन द्वारा उनको बेहोश करके नीचे उतार लिया गया है।