हर घर तिरंगा अभियान के तहत आज देशभर में बीजेपी के सांसद तिरंगा यात्रा निकाल कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ भारतीय किसान यूनियनभी किसानों के मुद्दे को लेकर मैदान में कूद पड़ी है।
लखनऊ: भारतीय किसान यूनियन के रखता राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश सिंह टिकैत के अपील पर आज देशभर में किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला वहीं राजधानी लखनऊ में भारतीय किसान यूनियन की तरफ से विशाल ट्रैक्टर माफ का आयोजन किया गया जिसकी अगुवाई बीकेयू प्रवक्ता आलोक वर्मा अगुवाई में सैकड़ों की तादात में किसान एकत्रित होकर और किसानों की तमाम समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी से जिलाधिकारी को ज्ञापन पत्र देने की रणनीति बनाई थी।
किसानों को मुफ्त सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली…
मगर किसान नेताओं को अप्ट्रॉन पुलिस चौकी पर किसानों को रोक दिया गया और उन्हें समझा कर वापस भेजा गया साथ ही एसीपी विभूति खंड ने किसी किसने की तमाम मांगो का पत्र लेकर और जिलाधिकारी को सुपुर्द करने की बात कही साफ तौर से कब बात की जाए तो किसानों का कहना है, कि विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी अपने मेनिफेस्टो में किसानों को मुफ्त सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली और एमएसपी के आधार पर खरीदारी करने की वादे की थी जो अब तक पूरी नहीं हुई साथ ही प्रदेश के अंदर में हजारों की तादाद में गन्ना किसान लंबे अरसे से अपने भुगतान को लेकर प्रतीक्षारत है साथ ही अब साथ ही अब तक एमएसपी के आधार पर यानी कि न्यूनतम समर्थन मूल्य के आधार पर किसानों के फसलों की खरीदारी नहीं हो रही है।
वही किसान नेता आलोक वर्मा ने कहा कि प्रदेश में हो रहे किसानों को किसानों के साथ अत्याचार से निजात दिलाने को लेकर सरकार को किसान आयोग का गठन करना चाहिए साथ ही सूखा व बाढ़ की चपेट में आए किसानों को जल्द से जल्द सरकार राहत पहुंचाए वही बड़ा बयान देते हुए कहा कि लखीमपुर हिंसा के आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा हो और उनके पिता को केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त की जाए और किसानों के खेतो में आवारा पशुओ से हो रहे नुकसान से निजात दिलाए।