Jayant Sinha: देश में चल रहे 18वीं लोकसभा चुनाव के बीच सियासी घामासान लगातार जारी है. लोकसभा चुनाव के लिए झारखंड की हजारीबाग सीट से मौजूदा सांसद जयंत सिन्हा की जगह मनीष जयसवाल को प्रत्याशी बनाया है. जिसके लेकर जयंत सिन्हा काफी नाराज चल रहे है. यहीं कारण है कि उन्होंने लोकसभा चुनाव का टिकट कटने के बाद से पार्टी के संगठनात्मक कामों में हिस्सा भी नहीं लिया. यही नहीं उन्होंने सोमवार को हुए मतदान में अपने मत का प्रयोग भी नहीं किया. जिसकी वजह से भाजपा ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
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पार्टी ने सिन्हा से दो दिन में स्पष्टीकरण मांगा
बताते चले कि भाजपा ने इस बार झारखंड की हजारीबाग सीट से मनीष जयसवाल को चुनावी मैदान में उतारा है. मौजूदा सांसद जयंत सिन्हा का टिकट इस बार पार्टी ने काट दिया है. लोकसभा चुनाव का प्रत्याशी घोशित करने किए जाने के बाद से जयंत सिन्हा ने चुनाव प्रचार में भाग नहीं लिया. ना ही उन्होंने पांचवे चरण में हुए चुनाव में अपने मता का प्रयोग किया. जिसको लेकर पार्टी ने सिन्हा से दो दिन में स्पष्टीकरण मांगा है. पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत झारखंड की हजारीबाग लोकसभा से मौजूदा सांसद हैं.
जयंत सिन्हा ने नहीं किया मतदान
आपको बता दे कि, बीते दिन पांचवे चरण के लिए मतदान हुआ. हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा ने सोमवार को लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं किया. उनका मतदान केन्द्र सदर प्रखंड के हुपाद में था. जहां उनके पिता पूर्व सांसद यशवंत सिन्हा उनकी माता नीलिमा सिन्हा ने मतदान किया लेकिन जयंत सिन्हा मतदान करने के लिए नहीं पहुंचे. दिनभर उनके समर्थक और शुभचिन्तक इंतजार करते रहें. लेकिन देर शाम तक सिन्हा हजारीबाग मतदान करने के लिए नहीं आए. ऐसे में इसे लेकर पार्टी ने भी संज्ञान लिया है और उन्हें नोटिस जारी करते हुए दो दिनों के अंदर जवाब देने को कहा है.
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बीजेपी ने जयंत सिन्हा को जारी नोटिस में क्या कहा ?
बीजेपी ने जयंत सिन्हा को जारी किए नोटिस में लिखा, लोकसभा चुनाव 2024 में जब से हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र से पार्टी द्वारा मनीष जायसवाल को प्रत्याशी घोषित किया है. तब से आप न तो चुनाव प्रचार-प्रसार और न ही संगठनात्मक कामों में रुचि ले रहे हैं. इसके बावजूद इस लोकतंत्र के महापर्व में आपने अपने मताधिकार का प्रयोग करना भी ठीक नहीं समझा. आपने द्वारा बर्ते गए इस रवैये से पार्टी की छवि धूमिल हुई है.इसी के चलते पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देश के बाद जयंत सिन्हा को नोटिस जारी किया गया है और उन्हें इस नोटिस पर 2 दिनों के अंदर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है.
टिकट की घोषणा से पहले राजनीति को कहा अलविदा
दरअसल, हजारीबाग से मौजूदा सांसद और बीजेपी नेता जयंत सिन्हा ने चुनाव प्रचार से दूरी बना ली थी. हालांकि, मार्च में जब जायसवाल को उम्मीदवार घोषित किया गया था, तब वो जयंत से मिलने पहुंचे थे. जयंत ने एक्स पर पोस्ट में कहा था, हजारीबाग लोकसभा से बीजेपी प्रत्याशी मनीष जायसवाल ने आज मुलाकात की. उन्हें चुनाव के लिए हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. हम कमल को रिकॉर्ड मार्जिन से जिताएंगे. इतना ही नहीं, उन्होंने टिकट की घोषणा से पहले चुनावी राजनीति को अलविदा कहने का खुद ऐलान किया था.
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