France में योगी मॉडल सच या झूठ !

Shankhdhar Shivi
By Shankhdhar Shivi

देश के अंदर कभी उत्तर प्रदेश की पहचान उसकी बिगड़ी कानून व्यवस्था और बार-बार होने वाले सांप्रदायिक दंगों को लेकर होती थी। वही अब सीएम योगी आदित्यनाथ के ऑफिस ने फ्रांस में हो रहे दंगों को लेकर ट्वीट किया गया है। जिसमें उन्होंने कहा है, कि योगी को फ्रांस भेज दो तो 24 घंटे में वहां दंगा काबू में होगा।

France Riots: उत्तर प्रदेश में अपराध पर लगाम लगाने के योगी आदित्यनाथ सरकार के मॉडल की फ्रांस में भी डिमांड होने लगी है। अभी हाल ही में फ्रांस की राजधानी पेरिस में हालत काबू से बाहर हैं। करीब 45,000 पुलिसकर्मी दंगा रोकने का प्रयास कर रहे हैं, एक 17 साल के लड़के की पुलिस गोलीबारी में मौत के बाद से ही फ्रांस में बवाल मचा है। इसी सब के बीच फांस में दंगों को रोकने के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फ्रांस भेजने को कहा गया था। यही नहीं, इस ट्रीट को करने वाले प्रोफेसर की सच्चाई को जाने बगैर ही ट्विट को रिट्वीट करते हुए योगी आदित्यनाथ ऑफिस ने लिखा कि दुनिया को योगी मॉडल की जरूरत है।

प्रो. एन जॉन कैम नाम के शख्स ने किया ट्वीट…

ट्विटर पर प्रो. एन जॉन कैम नाम के शख्स ने ट्वीट किया, “भारत को फ्रांस में दंगों की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए यूपी के सीए योगी आदित्यनाथ को भेजना चाहिए। वह 24 घंटे के भीतर दंगों को रोक देंगे।” प्रोफेसर एन जॉन कैम ने ट्विटर अकाउंट पर खुद को एक वरिष्ठ इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट बताया गया था। हालांकि, कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने इस अकाउंट को लेकर संदेह जाहिर किया है।

फ्रांस में क्यों भड़की हिंसा…

फ्रांस में पुलिस चैकिंग के दौरान भाग रहे एक 17 साल के लड़के की पुलिस की गोली से मौत हो गई थी। इसके बाद फ्रांस में दंगों की आग ऐसी भड़की है, कि उग्र भीड़ ने 2000 से अधिक गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है। करीब 45000 की संख्या में सुरक्षाबल सड़कों पर उतार दिए गए हैं, लेकिन दंगे काबू होने का नाम नहीं ले रहे हैं। हालात इतने बिगड़े हैं कि फ्रांस में इमरजेंसी लगाने की बात होने लगी है। दंगाईयों में ज्यादातर लोग अरब और अफ्रीकी मूल के फ्रांसीसी नागरिक बताए जा रहे हैं।

Read more: स्कॉटलैंड से हारकर वेस्टइंडीज टीम विश्व कप क्वालीफाई से हुई बाहर

क्या है योगी मॉडल…

बता दें कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए काफी कड़ाई हो रही है दंगा या अन्य किसी तरह का अपराध करने वालों के घरों पर बुलडोजर चला दिया जाता है। इसको ही योगी मॉडल कहा जा रहा है। भारत में भी विभिन्न प्रदेशों में इस मॉडल को अपनाने की बातें हुई हैं। वहीं, मध्य प्रदेश समेत कुछ राज्यों में तो इस पर अमल भी हुआ है। यहां भी क्राइम करने वाले अपराधियों के घरों पर बुलडोजर चला दिया गया है। अतीक अहमद जैसे माफिया द्वारा कब्जा की गई जमीन पर बुलडोजर चलाने के बाद वहां बने अपार्टमेंट में लोगों को बसाया गया है।

विपक्ष ने किया हमला…

तमाम राजनीतिक दलों ने भी इसे लेकर योगी सरकार पर सियासी हमला बोला है। ओवैसी ने लिखा, भाई, भाई भाई फिरंगियों की तारीफ़ के इतने भूखे हैं की किसी फर्जी अकाउंट के ट्वीट से खुश हो रहे हैं? झूठे एनकाउंटर, गैर कानूनी बुलडोज़र कार्यवाही और कमज़ोरों को निशाना बनाना कोई परिवर्तनकारी नीति नहीं है, ये जम्हूरियत का विनाश है। “योगी माडल का सच तो हमने लखीमपुर खीरी और हाथरस में देखा था।

Share This Article
Exit mobile version