भाई-बहन के फेरे कराने पर योगी सरकार सख्त, 2 अधिकारियों पर गिरी गाज..

Mona Jha
By Mona Jha

Uttar Pradesh :मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में एक बार फिर फर्जीवाड़ा देखा गया था । महराजगंज जनपद में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत मिलने वाले गृहस्थी का सामान और 35 हजार रुपये के लालच में लोगों ने मिलकर भाई और बहन के ही सात फेरे करा दिए, भाई-बहन की शादी की खबर सुनकर सभी के होश उड़ गए वहीं ये खबर सामने आने के बाद यूपी प्रशासन में भी हड़कंप मच गया है। इस मामले में प्रशासन की ओर एक्शन लिया गया है, लक्ष्मीपुर के बीडीओ की रिपोर्ट के आधार पर डीडीओ ने ग्राम पंचायत अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है। वहीं भाई-बहन के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है।

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भाई-बहन के खिलाफ मुकदमा दर्ज

इस मामले में योगी सरकार ने एक्शन लेते हुए भाई-बहन के फेरे कराने के मामले में जहां दो अधिकारियों पर गाज गिरी है, वहीं दूल्हा-दुल्हन पर भी केस दर्ज किया गया है।इसके अलावा पति और पत्नी के सत्यापन में लापरवाही पर मनरेगा के तकनीकी सहायक को ब्लॉक से हटाकर जिला मुख्यालय में अटैच कर दिया गया है। इसके अलावा बीडीओ ने विवाह में दिया गया गृहस्थी का सामान वापस मंगवा लिया है और अनुदान के रूप में दिए जाने वाले 35 हजार रुपये के भुगतान पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की संस्तुति की गई है।

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38 जोड़ों की शादी हुई थी

आपको बता दें कि बीते 5 मार्च को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत लक्ष्मीपुर ब्लॉक में 38 जोड़ों की शादी हुई थी, इसमें लक्ष्मीपुर क्षेत्र के एक गांव की युवती का भी रजिस्ट्रेशन कराया गया था। बताया जा रहा है कि युवती की शादी एक साल पहले ही हो चुकी है और उसका पति कमाने के लिए घर से बाहर गया हुआ है, इसके बाद भी बिचौलियों ने युवती को शादी के लिए फिर से तैयार कर लिया, लेकिन जिस लड़के को बुलाया गया था वो नहीं आया, इसके बाद बिचौलियों ने अनुदान राशि में मिलने वाले कमीशन के लिए युवती और उसके भाई के बीच ही फेरे करवा दिए।

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एक्शन में आया समाज कल्याण विभाग

वहीं ये मामला सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश प्रशासन की भी नींद उड़ गई है पहले तो अधिकारी फर्जीवाड़े की खबर पर इसका बचाव करने में जुटे थे लेकिन जब मामला मीडिया के जरिए सुर्खियों में आया तो समाज कल्याण विभाग से जुड़े अधिकारी फर्जी शादी करने वाले लाभार्थी के घर पर पहुंचकर सामान को वापस करने और मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत मिलने वाली नकद धनराशि को निकालने में जुट गए हैं।आपको यहां बता दें कि,ये पहला मामला नहीं है जब मुख्यमंत्री विवाह योजना को लेकर इस तरह फर्जीवाड़े की खबर सामने आई है इससे पहले यूपी के बलिया और झांसी में भी लोगों ने नकली जोड़ों को बैठाकर शादी कराई है.इससे पहले भी लोगों ने योजना का गलत फायदा उठाने की कोशिश की है।

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