सुल्तानपुर संवाददाता: Ashutosh Srivastava
Sultanpur: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के महिला समन्वय विभाग सुल्तानपुर के आयोजित मातृ शक्ति संगम कार्यक्रम में भारतीय चिंतन में महिला, महिलाओं की स्थानीय समस्या, स्थिति व समाधान तथा देश के विकास में महिलाओं की भूमिका विषयों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में बड़ी उपलब्धि हासिल करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता अखिल भारतीय सह संयोजिका,महिला समन्वय भाग्यश्री चंदा साठ्ये ने बताया कि पूरे देश में 450 मातृशक्ति संगम सम्मेलन कराए जाने की योजना है।
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देश के विकास में महिलाओं की भागीदारी बढ़े

दरअसल आपको बता दे कि अब तक 175 सम्मेलनो में 2 लाख से अधिक महिलाए सम्मिलित हो चुकी है। पूरे देश में महिलाओं में जागृति पैदा हुई है और ज्यादा समाज और देश के विकास में महिलाओं की भागीदारी बढ़े,यही इस कार्यक्रम का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति चिंतन में भारतीय दृष्टि को प्रभावी बनाने की जरूरत है।
प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राजर्षि टंडन विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा कि महिला सुरक्षा के मामले में महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों को भी जागरूक करना होगा, प्रो. सीमा सिंह ने कहा कि उच्च शिक्षा में 70% गोल्ड पानी वाली छात्राएं अपने वैवाहिक जीवन के उपरांत कहां खो जाती हैं, कुछ पता नही,मेधावी होने के बावजूद वह अपने सपनों को साकार नहीं कर पा रही हैं यह चिंता का विषय है। कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने कहा कि इसके बावजूद भी बड़ी संख्या में लड़कियां अपने संघर्ष के बल पर निरंतर आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने घर की बेटियों को संदेश देते हुए कहा कि उन्हें अपने अंदर मैं कर सकती हूं, हर चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हूं,का जज्बा लाना होगा।