महिलाएं आजकल विभिन्न क्षेत्रों में सफलता के नए मानक स्थापित कर रही हैं। पिछले कुछ सालों में यह देखा गया है कि महिलाओं ने निवेश के मामले में पुरुषों से कहीं ज्यादा समझदारी दिखायी है। खासकर शेयर बाजार में निवेश के मामले में महिलाएं अधिक मुनाफा कमा रही हैं। आंकड़ों के अनुसार, महिलाएं अपने निवेश के लिए जोखिम को समझकर, धैर्यपूर्वक निवेश करती हैं, जिससे उन्हें बेहतर रिटर्न मिलते हैं।
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महिलाओं की निवेश शैली
महिलाओं की निवेश शैली पुरुषों के मुकाबले पूरी तरह से अलग होती है। जहां पुरुष अक्सर जल्दी मुनाफे के लिए जोखिम भरे फैसले लेते हैं, वहीं महिलाएं अधिक समझदारी से निवेश करती हैं। वे बाजार के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए, लंबे समय तक निवेश करने में विश्वास रखती हैं। उनका दृष्टिकोण जोखिम कम करने और निवेश को स्थिर बनाने का होता है। महिलाएं पहले से अधिक शोध और जानकारी प्राप्त करने पर जोर देती हैं, और किसी भी निवेश में कूदने से पहले पूरी तरह से सोच-समझ कर निर्णय लेती हैं।
शेयर बाजार में महिलाओं की सफलता
हालिया अध्ययन से पता चलता है कि महिलाएं, पुरुषों की तुलना में शेयर बाजार में बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। एक अध्ययन के अनुसार, महिलाएं साल भर में औसतन 1.5 प्रतिशत अधिक मुनाफा कमाती हैं। इसका कारण है कि महिलाएं निवेश करते वक्त भावनाओं के बजाय तथ्यों और आंकड़ों पर ज्यादा ध्यान देती हैं। वे ओवरट्रेडिंग से बचती हैं, जिससे उनका जोखिम कम रहता है और उनका पोर्टफोलियो स्थिर रहता है।
भावनाओं के तहत निवेश पड़ जाता है महंगा
महिलाओं का यह निवेश कौशल सिर्फ अनुभव से नहीं, बल्कि उनके व्यक्तित्व के कारण भी होता है। महिलाएं अपनी भावनाओं को निवेश फैसलों में शामिल नहीं करतीं, जबकि पुरुष अक्सर भावनाओं के तहत निवेश करते हैं, जो उन्हें नुकसान का सामना कराता है। महिलाएं प्रायः जिज्ञासु होती हैं और निवेश के बारे में ज्यादा जानने की कोशिश करती हैं। इसके साथ ही, महिलाएं अपने निवेश निर्णयों में धैर्य भी रखती हैं, जो लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न लाता है।