उ0प्र0 (लखनऊ): संवाददाता- मोहम्मद कलीम
- दिवंगत सिपाही की है बहन, भाई के हत्यारों पर कार्रवाई न करने का आरोप
लखनऊ। लखनऊ में मंगलवार को उस समय विधान भवन के सामने हड़कंप मच गया जब सत्र के दौरान बागपत छपरौली निवासी सुमन सिंह ने पेट्रोल पी लिया। उसके बाद शरीर पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगाने की कोशिश की। हालांकि समय से पुलिस कर्मियों के पकड़ लेने से बड़ी घटना होने से बच गई। पुलिस कर्मियों ने सुमन को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। सुमन ने स्थानीय पुलिस सिपाही भाई अरविंद के हत्यारोपियों को बचाने का आरोप लगाया है।
आठ दिन बाद नहर किनारे मिला था शव
सुमन ने बताया कि उसका भाई अरविंद मुरादाबाद पुलिस लाइन में तैनात था। 27 मार्च को मकान मालिक से मेरठ ससुराल जाने की बात कह कर निकले थे। उसके बाद उनकी कोई लोकेशन नहीं मिली। इसकी जानकारी मकान मालिक के फोन आने पर हुई। इस पर उसकी गुमशुदगी बागपत के छपरौली थाने में दर्ज कराई थी। आठ दिन बाद भाई का शव गंगा नहर में भोला की झाल में मिला। जिसके बाद भाई की पत्नी और उसके ससुरालीजन के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज हुई।
RAED MORE: विश्व नागासाकी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है , जानें इतिहास…
महिला ने सीएम से लगाई मद्द की गुहार

पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के बाद आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसको लेकर सीओ से लेकर एसपी बागपत तक मिलकर कार्रवाई की मांग की। कहीं सुनवाई न होने पिता के साथ उच्चाधिकारियों और मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार करने आयी थी, लेकिन मुलाकात नहीं होने पर यह कदम उठाया। एडीसीपी मध्य मनीषा सिंह ने बताया कि सुमन की हालत सामान्य है। उसने बागपत के छपरौली थाने की पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। बागपत पुलिस को सूचना दे गई है।