Benefits of Yoga in cold weather: सर्दियों के मौसम की शुरुआत हो चुकी है इस मौसम में लोगो को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिसमें सर्दी, खांसी और जुकाम जैसी दिक्क्ते होती है। बढ़ते घटते तापमान के कारण गले में खराश, कफ, खांसी जैसे कारक होने लगते है। जिससे आपकी तबीयत खराब हो सकती है। इस मौसम की वजह से तमाम ऐसे लोग भी हैं जो रोजाना Exercise or workout नहीं कर पाते हैं। लेकिन शायद उन्हें नहीं पता है कि…. नियमित रूप से योगा करने से बहुत फायदा हो सकता है।
Read More: Amla benefits for health: आंवला है सबसे ताकतवर चीज, इसे खाने से थम सकती हैं डायबिटीज सहित और बीमारियां…
सर्दी जुकाम गायब, इम्यूनिटी मजबूत
स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने की जरूरत होती है। जिससे इम्यूनिटी और मजबूत हो जाती है। जिसके लिए पौष्टिक आहार को अपने जीवन शैली में अपनाना चाहिए। जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती हैं। साथ ही योगा भी इम्यूनिटी को नेचुरल तरीके से मजबूत बना सकता है। ऐसे कई योगासन हैं जिन्हें रोजाना करने से कई तरह के स्वास्थ्य समस्याएं बेहतर हो सकती हैं। इन योगासनों के अभ्यास से खांसी, जुकाम और बुखार से भी बचा जा सकता है।
सूर्य नमस्कार
सर्दियों में सूर्य नमस्कार करने से शरीर में गर्मी पैदा होती है, जिससे ठंड में शरीर गर्म रहता है। सूर्य नमस्कार से शरीर में एनर्जी बनी रहती है। इससे योग से दर्द और अकड़न से राहत मिलती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और प्रतिरक्षा प्रणाली मज़बूत होती है।
Read More: Heath and Care: 365 दिन खीरे का करें सेवन, सेहत के लिए है फायदेमंद….
कपालभाति प्राणायाम
कपालभाति प्राणायाम से सांस नली में होने वाली रुकावटें खुलती हैं और सांस लेने में आसानी होती है। इसके अभ्यास से रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट साफ रहता है। इस प्राणायाम के नियमित अभ्यास से सर्दी-जुकाम में बहुत राहत मिलती है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। शरीर में गर्मी पैदा होती है और शरीर को ऊर्जा मिलती है। आंखों की सेहत बेहतर होती है। साथ ही किडनी और लिवर स्वस्थ रहते हैं।
मत्स्यासन
मत्स्यासन के आसान से गहरी सांस लेने में मदद मिलती है और सर्दी जुकाम से राहत मिलती है। यह छाती और फेफड़ों को खोलता है और अस्थमा या अन्य श्वसन विकारों से पीड़ित लोगों के लिए यह फ़ायदेमंद हो सकता है। मत्स्यासन से गर्दन और कंधों की मांसपेशियां तनाव मुक्त होती हैं। यह आसन गर्दन और एब्डोमिनल के सामने के हिस्से को स्ट्रेच और टोन करता है।
Read More: ESIC-PMJAY: आयुष्मान भारत की नई सौगात, बिना पैसों के होगा अस्पतालों में इलाज!
स्त्रिका प्राणायाम
भस्त्रिका प्राणायाम शरीर में गर्मी पैदा करता है और ठंड से बचाता है। इससे फेफड़े मज़बूत होते हैं। सांस संबंधी समस्याएं दूर होती हैं। यह शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और मन को शांत करता है। साथ ही यह तनाव को कम करता है। यह ऑक्सीजन के प्रवाह को बढ़ाता है और चयापचय को बढ़ाता है।इस प्राणायाम के नियमित अभ्यास से पाचन तंत्र, हृदय, फेफड़े, मस्तिष्क और सभी ग्रंथियों को मजबूत बनाने के लिए भस्त्रिका प्राणायाम करें। वात, पित्त और कफ दोष तीनों को संतुलित रखने में ये प्राणायाम असरदार है। साथ ही आलस, डिप्रेशन और तनाव को भी ये योग कम करता है।