Wiaan Mulder: क्रिकेट की दुनिया में ब्रायन लारा का 400 रन का नाबाद रिकॉर्ड वर्षों से अटूट माना जाता रहा है। लेकिन हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ने एक ऐसे रिकॉर्ड को चुनौती देने की उम्मीदें बढ़ा दी थी। लेकिल उनकी घोषणा ने क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों के बीच चर्चा का बिषय बना दिया है।
आपको बतादें कि दक्षिण अफ्रीका के कप्तान विडेन मुल्डर ब्रायन लारा के 400 रन से सिर्फ 34 रन दूर थे। लेकिन दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ने अचानक पारी घोषित कर दी। क्रिकेट जगत यह देखकर हैरान रह गया। 367 रन पर नाबाद होने के बावजूद उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सर्वोच्च स्कोर में अपना नाम दर्ज कराने की कोशिश क्यों नहीं की?
टेस्ट इतिहास का दूसरा सबसे तेज 300 रन
जिम्बाब्वे ने टॉस जीतकर दक्षिण अफ्रीका को बल्लेबाजी के लिए भेजा। दक्षिण अफ्रीका दो टेस्ट मैचों की सीरीज का पिछला मैच पहले ही जीत चुका था। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीतने के बाद कप्तान टेम्बा बावुमा चोट के कारण उपलब्ध नहीं हैं। उनकी जगह वियान मुल्डर कप्तानी कर रहे हैं। शुरुआती झटकों से उबरकर उन्होंने टीम को बड़े स्कोर की ओर बढ़ाया। उन्होंने दूसरे दिन व्यक्तिगत 300 रन का आंकड़ा पार किया। उन्होंने सिर्फ 297 गेंदों पर तिहरा शतक जड़ा। जो टेस्ट इतिहास का दूसरा सबसे तेज तीन सौ रन है।
मुलडर के नाम पर ये रिकॉर्ड
इससे पहले 2008 में भारत के वीरेंद्र सहवाग ने 278 गेंदों पर तिहरा शतक बनाया था। मुलडर टेस्ट में 300 रन बनाने वाले दूसरे दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर बन गए। हाशिम अमला ने 2012 में ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ 311 रन बनाए थे। मुलडर के नाम कप्तान के तौर पर अपने डेब्यू में तिहरा शतक लगाने का दुर्लभ रिकॉर्ड भी है।
अचानक पारी घोषित करने का फैसला क्यों?
लेकिन इन सबके बीच सवाल यह है कि मुलडर ने अचानक पारी घोषित करने का फैसला क्यों किया? दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 5 विकेट के नुकसान पर 626 रन था। मुलडर 367 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। उस समय लंच चल रहा था। तभी पता चला कि दक्षिण अफ्रीका ने पारी घोषित कर दी है। यानी मुलडर ने खुद पारी घोषित करने की घोषणा की। वे जिम्बाब्वे के खिलाफ आसानी से 400 रन बना लेते। वे टेस्ट में दूसरे और तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में मैथ्यू हेडन और ब्रायन लारा से भी आगे नहीं निकल जाते। फिलहाल वे टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में महेला जयवर्धने के बाद पांचवें नंबर पर हैं।
फैसलों को लेकर सवाल
कई लोगों को लगता है कि उन्होंने टीम की जीत को सबसे पहले रखा। लेकिन सवाल यह है कि जिम्बाब्वे एक बहुत ही ‘कमज़ोर’ प्रतिद्वंद्वी है। तीन दिन बचे हैं। जीत समय की बात है। एक और सिद्धांत यह है कि उन्होंने लारा के सम्मान में यह निर्णय लिया। लेकिन यह सिर्फ़ लारा ही नहीं थे, ऐसे कई अन्य खिलाड़ी थे जिनके पास उनसे आगे निकलने का अवसर था। उन्होंने ऐसा क्यों किया यह एक रहस्य है। कम से कम तब तक जब तक मुल्डर खुद नहीं खुलते।
सबसे बड़ी पारी
मुल्डर ने दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटरों में टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी पारी खेली है। इससे पहले हाशिम अमला ने 311 रन बनाए थे। मुल्डर के नाम प्रोटिया क्रिकेटरों में एक टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भी है। इससे पहले ग्रीम स्मिथ ने 2003 में इंग्लैंड के खिलाफ दो पारियों में 362 रन बनाए थे। मुल्डर ने एक पारी में उनसे आगे निकल गए। मुल्डर के नाम विदेश में टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भी है। 1958 में पाकिस्तान के हनीफ मोहम्मद ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 337 रन बनाए थे। इतने लंबे समय तक यही रिकॉर्ड रहा। मुल्डर ने इसे तोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने बल्लेबाजी से संन्यास ले लिया।
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