BJP की बैठक में आखिर क्यों नहीं शामिल हुई वसुंधरा राजे ? इस दूरी की क्या कोई खास वजह…

Aanchal Singh
By Aanchal Singh

Election 2024: लोकसभा चुनाव आने में बस कुछ ही समय बाकी है, ऐसे में भाजपा ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। देश के अलग अलग राज्यों में भाजपा मीटिंग कर रही है। आगामी चुनाव में जीत को लेकर अपनी रणनीति बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश के बाद जयपुर के राजस्थली होटल में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन हुआ। इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शामिल नहीं हुई।

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वसुंधरा राजे बैठक में शामिल नहीं हुई

लोकसभा चुनाव की तैयारियों को भाजपा की हुई बैठक में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह छत्तीसगढ़ के प्रभारी और पार्टी के वरिष्ठ नेता ओम माथुर, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, अशोक परनामी, अरुण चतुर्वेदी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और डिप्टी सीएम डॉ. प्रेमचंद बैरवा सहित कई प्रमुख पदाधिकारी पहुंचे। लेकिन पूर्व सीएम वसुंधरा राजे बैठक में शामिल नहीं हुई। जिसकी बाद से खबर चर्चा का विषय बन गई।

वसुंधरा राजे का शामिल न होना, राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय

शुक्रवार को आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा के लिए आयोजित पार्टी बैठक में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का शामिल न होना राजनीतिक गलियारों में काफी ज्यादा चर्चा का विषय बन गया। मिली कुछ सूत्रों की जानकारी के मुताबिक, वसुंधरा राजे अपनी बहू की बीमारी के कारण आयोजित बैठक में नहीं पहुंची। पार्टी नेताओं की ओर से कहा जा रहा है कि पूर्व सीएम राजे की बहू पिछले लंबे समय से बीमार चल रही है।

विधानसभा चुनाव में भाजपा को प्रचंड जीत हासिल हुई

पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को प्रचंड जीत हासिल हुई। लेकिन सीएम के नाम का चयन करना भाजपा के लिए बहुत कठिन काम था। हालाकिं वसुंधरा राजे लगातार आलाकमान को यह मनाने में जुटी रहीं कि राजस्थान के लिए उनसे अच्छा सीएम कैंडिडेट कोई और नहीं है। लेकिन, पार्टी हाई कमान की रणनीति कुछ और ही थी। पार्टी की रणनीति में कुछ और ही बात चल रही थी। चुनाव से पहले वसुंधरा राजे लगातार अपने समर्थक विधायकों को जुटाने में लगी रहीं। उस दौरान उन्होंने तकरीबन 60 एमएलए से मुलाकात की होगी, जो राजे के समर्थन में उन्हें सीएम बनाने की मांग रखते। हालांकि बीजेपी ने यह साफ कर दिया था कि इस बार मुख्यमंत्री का चेहरा नया होगा और विधायक दल की बैठक में तय किया जाएगा।

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