Telegram App को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में 1 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का जुर्माना भुगतना पड़ा है। यह जुर्माना ऑस्ट्रेलिया की ऑनलाइन सेफ्टी एजेंसी द्वारा लगाया गया है, जो यह सुनिश्चित करने के लिए काम करती है कि डिजिटल प्लेटफार्मों पर कोई भी अवैध और खतरनाक गतिविधियां न हों। यह जुर्माना टेलीग्राम पर आतंकवाद, बाल उत्पीड़न और हिंसक कंटेंट को लेकर उठाए गए कदमों की जानकारी न देने के कारण लगाया गया है।
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सरकार का जुर्माना

ऑस्ट्रेलियाई सुरक्षा एजेंसियों ने Telegram से इस बात की जानकारी मांगी थी कि कि, कंपनी अपने प्लेटफार्म पर बाल शोषण, हिंसा और आतंकवाद से निपटने के लिए कौन-कौन से कदम उठा रही है। हालांकि, कंपनी ने इस सवाल का कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया, जिसके बाद सरकार ने यह जुर्माना लगाया।
कानूनों का उल्लंघन
ऑस्ट्रेलिया की ऑनलाइन सेफ्टी रेगुलेटर, जूली इनमैन ग्रांट ने कहा कि, सभी कंपनियों को ऑस्ट्रेलियाई कानून का पालन करना अनिवार्य है। अगर कोई कंपनी इन कानूनों का उल्लंघन करती है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। Telegram ने इस मामले में कोई जवाब नहीं दिया, जिसके कारण सरकार को यह सख्त कदम उठाना पड़ा।

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Telegram पर कई गैर-कानूनी गतिविधियां
Telegram के खिलाफ यह मामला तब से बढ़ा जब 2024 में फ्रांस में टेलीग्राम के संस्थापक, Pavel Durov को जांच के लिए हिरासत में लिया गया था। फ्रांसीसी सरकार ने आरोप लगाया था कि टेलीग्राम पर कई गैर-कानूनी गतिविधियां चल रही थीं। हालांकि, इन आरोपों का खंडन किया था और कहा कि, टेलीग्राम एक सुरक्षित और वैध प्लेटफार्म है। इसी दौरान, ऑस्ट्रेलिया के सिक्योरिटी एजेन्सी और पुलिस ने भी टेलीग्राम पर गंभीर आरोप लगाए थे।

ऑनलाइन सेफ्टी एजेंसी
ऑस्ट्रेलिया की जांच में पाया गया कि Telegram पर कई ऐसे चैनल और ग्रुप्स सक्रिय हैं, जो हिंसा, आतंकवाद और बाल शोषण जैसे अवैध गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं। इसके बाद, ऑस्ट्रेलिया के ऑनलाइन सेफ्टी एजेंसी ने टेलीग्राम से एक रिपोर्ट मांगी थी कि वे इन गतिविधियों से निपटने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं। टेलीग्राम की ओर से कोई उत्तर न मिलने पर इस भारी जुर्माने का ऐलान किया गया।