Arvind Kejriwal News: दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की ओर से रविवार को 2 दिनों में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के ऐलान के बाद भारतीय चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि,अभी वह समय से पहले दिल्ली में विधानसभा चुनाव कराने के मूड में नहीं है। चुनाव आयोग फरवरी 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव को फिलहाल नवंबर में कराने की स्थिति में नहीं है।इसके पीछे का कारण बताते हुए चुनाव आयोग की ओर से जानकारी दी गई है।
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नवंबर में नहीं होंगे दिल्ली में विधानसभा चुनाव
चुनाव आयोग की ओर से बताया गया कि,दिल्ली में अभी मतदाता सूचियों का वार्षिक संशोधन हो रहा है जिसकी प्रक्रिया 6 जनवरी 2025 तक पूरी हो जाएगी। दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को पूरा होगा जिसको देखते हुए अब मतदाता सूचियों में संशोधन में काफी कम समय है इसलिए चुनाव आयोग की ओर से दिल्ली में विधानसभा चुनाव तय समय पर ही कराए जाएंगे।
केजरीवाल के इस्तीफे के बाद कौन होगा नया CM?
अब बड़ा सवाल यह है अगर केजरीवाल अपने बयान के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देते हैं तो दिल्ली का नया सीएम कौन होगा? दिल्ली के नए सीएम के चेहरे के तौर पर कई नामों को लेकर अटकलें बहुत हैं लेकिन इन नामों में आखिरी मुहर किस पर लगेगी इस पर कोई कुछ भी कहने से बचता दिखाई दे रहा है। आपको बता दें कि,अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद सीएम पद के लिए सबसे पहला नाम दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी का है आतिशी को सीएम पद के लिए आम आदमी पार्टी की ओर से सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
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मंत्री आतिशी या पत्नी सुनीता केजरीवाल संभालेंगी दिल्ली की कमान?
वहीं आतिशी के बाद सीएम पद के लिए दूसरा नाम लोगों की जुबान पर खुद अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल का है। सुनीता केजरीवाल ने अरविंद केजरीवाल के जेल में रहते हुए अपनी राजनीतिक सफर की शुरुआत कर दी है जिस समय शराब नीति मामले में केजरीवाल तिहाड़ जेल में बंद थे तो सुनीता केजरीवाल ने दिल्ली में जनसभाएं और रोड शो कर केंद्र सरकार पर खूब हमला बोला इसके अलावा पार्टी की ओर से उन्होंने कई अलग-अलग मौकों पर मीडिया को भी संबोधित किया। अरविंद केजरीवाल के जेल में रहते हुए सुनीता केजरीवाल लगातार पार्टी विधायकों से भी मिलती रही थी इस वजह से सीएम पद के लिए आतिशी के बाद सबसे प्रबल दावेदार सुनीता केजरीवाल को माना जा रहा है।
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अरविंद केजरीवाल की विश्वसनीय आतिशी को मिलेगी फिर बड़ी जिम्मेदारी!
हालांकि आतिशी और सुनीता केजरीवाल के अलावा सीएम पद के लिए मंत्री सौरभ भारद्वाज और गोपाल राय के नाम की भी चर्चा जोरों पर है।अब आपको बताते हैं कि,मंत्री आतिशी को ही सीएम पद के लिए सबसे प्रबल दावेदार क्यों माना जा रहा है? दरअसल,अरविंद केजरीवाल जब जेल में भी बंद थे तो 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उन्होंने एक पत्र लिखकर छत्रसाल स्टेडियम में तिरंगा फहराने के लिए आतिशी के नाम की सिफारिश की थी। इसके लिए उन्होंने दिल्ली एलजी को पत्र लिखा था लेकिन उनकी सिफारिश को खारिज कर दिया गया था।
आतिशी के पास दिल्ली सरकार में कई अहम मंत्रालय हैं। पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के इस्तीफे के बाद उन्हें शिक्षा विभाग सौंप दिया गया इसके अलावा आतिशी पीडब्ल्यूडी,राजस्व,वित्त,योजना और जल मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रही हैं आतिशी को दिल्ली सरकार में अरविंद केजरीवाल का विश्वसनीय माना जाता है इसलिए भी सीएम पद के लिए उनका नाम सबसे आगे चल रहा है।