Whirlpool India: शेयर बाजार में आज लगातार तीसरे दिन तेजी देखने को मिल रही है, लेकिन व्हर्लपूल इंडिया (Whirlpool India) के शेयरों में भारी गिरावट आई है। यह गिरावट कंपनी की पैरेंट कंपनी व्हर्लपूल कॉर्पोरेशन द्वारा अपनी 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की योजना की वजह से आई है। व्हर्लपूल कॉर्पोरेशन ने एक्सचेंज को सूचित किया कि वह 2025 के मध्य से अंत तक व्हर्लपूल इंडिया में अपनी हिस्सेदारी लगभग 20 प्रतिशत तक घटाने का इरादा रखता है, और इसे चौथी तिमाही की आय के हिस्से के रूप में घोषित किया गया है।
Read More: KPIT Tech Q3 Results: KPIT Tech के तिमाही नतीजों ने शेयरों को दी जोरदार उड़ान, क्या है आगे का प्लान?
शेयरों में भारी बिकवाली और लोअर सर्किट

व्हर्लपूल इंडिया के इस फैसले के बाद, आज के शुरुआती कारोबार में कंपनी के शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिली। इसके परिणामस्वरूप, कंपनी के शेयरों पर 20 प्रतिशत का लोअर सर्किट लगा। शेयर आज अपने पिछले बंद मूल्य 1575.95 रुपये से 20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,260.80 रुपये पर खुला। इस गिरावट ने निवेशकों के बीच चिंता का माहौल पैदा कर दिया है।
होल्डिंग कंपनी की हिस्सेदारी और भविष्य की स्थिति

वर्तमान में व्हर्लपूल इंडिया में व्हर्लपूल कॉर्पोरेशन की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है। हालांकि, यह माना जा रहा है कि जब व्हर्लपूल अपनी 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के बाद भी सबसे बड़ा स्टेकहोल्डर बना रहेगा। व्हर्लपूल कॉर्पोरेशन का यह मानना है कि इस कदम से कंपनी के शेयरधारकों की वैल्यू बढ़ेगी। इसके अलावा, कंपनी ने यह भी कहा कि व्हर्लपूल इंडिया उनके पोर्टफोलियो का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और यह निर्णय व्यापारिक दृष्टिकोण से फायदेमंद होगा।
व्हर्लपूल इंडिया के शेयरों की हालिया प्रदर्शन पर नजर

पिछले एक महीने के दौरान व्हर्लपूल इंडिया के शेयरों में लगभग 30 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसके अलावा, पिछले 6 महीनों में निवेशकों को 40 प्रतिशत से अधिक का नुकसान हुआ है। एक साल की अवधि में भी कंपनी के शेयरों ने निवेशकों को 3 प्रतिशत से अधिक का निगेटिव रिटर्न दिया है। लंबे समय के निवेश के मामले में भी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। पिछले पांच वर्षों में इस स्टॉक ने 48 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है।
व्हर्लपूल इंडिया के शेयरों में गिरावट के कारण कंपनी के निवेशकों के लिए कुछ चुनौतीपूर्ण समय सामने आ सकता है। व्हर्लपूल कॉर्पोरेशन के हिस्सेदारी बेचने के फैसले से बाजार में अस्थिरता बनी हुई है, और इसके प्रभाव को देखते हुए निवेशकों को अपनी रणनीतियां पुनः मूल्यांकन करनी पड़ सकती हैं।
Read More: Gold Silver Price Today: सोना-चांदी की कीमतों में उछाल, जानिए इसके ताजा रेट!