Tri Series: पाकिस्तान क्रिकेट के स्टार बल्लेबाज बाबर आजम, जिन्हें उनके बेहतरीन प्रदर्शन के कारण ‘किंग’ के उपनाम से जाना जाता है, इस नाम से नाखुश हैं। उन्होंने हाल ही में मीडिया से आग्रह किया कि उन्हें इस उपनाम से न पुकारा जाए। बाबर का मानना है कि उनका अब तक का प्रदर्शन अतीत है और उन्होंने अब एक नई भूमिका में खुद को ढाल लिया है।
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‘किंग’ के उपनाम से संतुष्ट नहीं बाबर आजम

बाबर आजम पाकिस्तान के लिए अब तक 59 टेस्ट, 125 वनडे और 128 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं. उन्होंने अपने बल्लेबाजी रिकॉर्ड से दुनियाभर में पहचान बनाई है। लेकिन उन्होंने कहा कि वह किंग नहीं हैं और अब एक नई भूमिका में हैं। त्रिकोणीय सीरीज के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए बाबर ने कहा, “मुझे किंग कहना बंद करें, मैं किंग नहीं हूं। मेरी अब नई भूमिका है, मैंने पहले जो भी किया है, वो अतीत है। हर मैच एक नई चुनौती लेकर आता है। मैं सिर्फ भविष्य और वर्तमान में विश्वास करता हूं।” बाबर आजम इस समय खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं, और इस समय उनके लिए यह संदेश देना बेहद महत्वपूर्ण था।
2017 की चैंपियंस ट्रॉफी और बाबर-फखर की भूमिका

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सरफराज अहमद ने चैंपियंस ट्रॉफी में बाबर आजम और फखर जमां की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की। सरफराज ने कहा कि पाकिस्तान के पास खिताब का बचाव करने का एक अच्छा मौका है। 2017 में पाकिस्तान ने भारत को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था और अब 19 फरवरी से शुरू हो रही चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान को इस सफलता को दोहराने का मौका मिलेगा। सरफराज ने यह भी कहा कि बाबर आजम अब और ज्यादा परिपक्व हो गए हैं और उनकी बल्लेबाजी पाकिस्तान के लिए अहम है। इसके साथ ही फखर जमां की भूमिका भी महत्वपूर्ण रहेगी।
भारत-पाकिस्तान महामुकाबला

भारत और पाकिस्तान की टीमें चैंपियंस ट्रॉफी में एक ही ग्रुप में शामिल हैं और दोनों टीमों के बीच महामुकाबला 23 फरवरी को दुबई में होने वाला है। इस मैच के बारे में सरफराज अहमद ने कहा, “भारत के खिलाफ मैच में संयम बरतना बहुत जरूरी है। खिलाड़ियों को दबाव को अपने ऊपर नहीं लेने देना चाहिए।” सरफराज ने बताया कि जब भी इन दोनों टीमों के बीच मुकाबला होता है, वह खास होता है और पूरे क्रिकेट जगत की नजरें इस पर होती हैं। ऐसे में, खिलाड़ियों को बाहरी दबाव से बचते हुए अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
‘किंग’ के उपनाम को नकारा

बाबर आजम ने जहां अपने ‘किंग’ के उपनाम को नकारा और कहा कि वह अब नए जोश और उद्देश्य के साथ खेल रहे हैं, वहीं सरफराज अहमद ने पाकिस्तान की चैंपियंस ट्रॉफी के लिए उम्मीदें जताई हैं। बाबर आजम और फखर जमां के लिए यह टूर्नामेंट एक बड़ी चुनौती होगी, खासकर भारत के खिलाफ होने वाले मुकाबले में, जिसमें संयम और दबाव के बावजूद शानदार प्रदर्शन की आवश्यकता होगी।
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