Tejashwi Yadav:बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इसके मद्देनजर राज्य की सियासत में घमासान शुरू हो गया है। शुक्रवार को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि राज्य में अब ‘डीके टैक्स’ वसूला जा रहा है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में रिटायर्ड अधिकारियों की सजा के रूप में सरकार चल रही है और इससे राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो रही है।
तेजस्वी यादव का ‘डीके टैक्स’ पर हमला
तेजस्वी यादव ने बिना किसी का नाम लिए बिहार में ‘डीके टैक्स’ की वसूली का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह पूरी प्रक्रिया अब सामने आ चुकी है, जहां रिटायर्ड अधिकारी राज्य की व्यवस्था चला रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 2018 के बाद बिहार में सबसे बड़े प्रशासनिक पद, जैसे डीजीपी और मुख्य सचिव, अब महज दिखावे तक रह गए हैं और इन पदों का कोई महत्व नहीं रहा। तेजस्वी ने यह आरोप भी लगाया कि कई काबिल अधिकारी, चाहे वे आईएएस हों या आईपीएस, अब शंटिंग पोस्ट पर डाल दिए गए हैं।
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मुख्यमंत्री के नेतृत्व में विफलता का आरोप
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि बिहार में न तो डीजीपी की चल रही है और न ही मुख्य सचिव की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब कहीं जाते हैं तो इन अधिकारियों को बुलाया तक नहीं जाता। तेजस्वी ने दावा किया कि नीतीश कुमार के शासन में सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है, बल्कि राज्य में अधिकारियों की वसूली और ट्रांसफर चल रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी ने मुख्यमंत्री या उनकी पसंदीदा ग्रुप की बात नहीं मानी, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है।
क्या था तेजस्वी का इशारा?
तेजस्वी यादव के इस बयान को राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। कहा जा रहा है कि उनका इशारा बिहार के आईएएस अधिकारी दीपक कुमार की ओर था। दीपक कुमार नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं और वे कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि दीपक कुमार को नीतीश कुमार का पसंदीदा अधिकारी माना जाता है, क्योंकि वह अक्सर मुख्यमंत्री के साथ नजर आते हैं।
नीतीश सरकार पर उठते रहे हैं आरोप
यह पहला मौका नहीं है जब तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर इस तरह के आरोप लगाए हों। इससे पहले भी उन्होंने शिक्षा विभाग में भर्ती में धांधली और अधिकारियों द्वारा सरकार चलाने का आरोप लगाया था। इसके अलावा, बीपीएससी छात्र आंदोलन को लेकर भी तेजस्वी ने सरकार को घेरने की कोशिश की है। अब चुनाव नजदीक आते ही तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी के खिलाफ उठने वाली इन चर्चाओं को भड़काने का कोई मौका नहीं छोड़ा है।
बिहार में चुनावी माहौल के साथ इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप से राज्य की सियासत और भी दिलचस्प होती जा रही है। तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर हमला कर यह संकेत दिया है कि आरजेडी आगामी चुनावों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ अपनी लड़ाई को और भी धार देने की योजना बना रही है।