जामुन हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है. आयुर्वेद में ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए जामुन की गुठली का पाउडर या जामुन खाने की सलाह दी जाती है. लेकिन कई बार लोग हाइ ब्लश प्रेशर से छुटकारा पाने के लिए जरूरत से ज्यादा सेवन करने लगते हैं. ऐसा करना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है
जामुन में विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है. ये आपकी इम्युनिटी को मजबूत करता है. इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है. लेकिन इसका अधिक सेवन स्वास्थ्य करने से कब्ज की समस्या हो सकती हैं इसलिए इसे नियमित रूप से खाएं.
अगर आपकी स्किन ऑयली हैं और मुंहासों की समस्या रहती हैं तो जामुन का सेवन करने से बचना चाहिए. जामुन खाने से एक्ने की समस्या बढ़ जाती है. इसलिए इसका अधिक सेवन करना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक होता है
कई लोगों को जामुन खाने के बाद उल्टी की समस्या होती है. इसलिए शुरुआत में 2 से 3 जामुन का सेवन करें. अगर आपकी तबीयत ठीक रही तो ही इसका सेवन करें.
अगर आपको एथेरोस्क्लेरोसिस और खून के थक्के जमने की समस्या रहती है तो जामुन का सेवन करने से बचना चाहिए. ये आपकी समस्या को बढ़ाने का काम करता है. इसलिए इसका सेवन अपनी डॉक्टर की सलाह पर ही करें.
जामुन में ऑक्सलिक एसिड होता है, जो लिवर रोग के मरीजों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है. ऐसे मरीजों को जामुन का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए.
जामुन में तनाव प्रणाली को प्रभावित करने वाले गुण होते हैं जो गर्भावस्था के दौरान अनुकरणीय हो सकते हैं. इसके अलावा, जामुन का सेवन ब्लड फ्लो को प्रभावित कर सकता है और गर्भावस्था के दौरान हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को बढ़ा सकता है.