ईद-उल-अज़हा इस्लाम धर्म का बड़ा त्योहार है
इसे बलिदान की ईद भी कहा जाता है
यह हजरत इब्राहिम के खुदा के आदेश पर अपने बेटे को कुर्बान करने की याद में मनाई जाती है
यह त्यौहार इंसानियत और ईमानदारी का प्रतीक है
इस दिन मुसलमान अपने पास से जानवर (जैसे बकरी, गाय, ऊँट) की कुर्बानी करते हैं
कुर्बानी का मांस जरूरतमंदों में बांटा जाता है
यह त्यौहार एकता, भाईचारे और दया का संदेश देता है
ईद-उल-अज़हा हमें खुदा के प्रति समर्पण और त्याग की शिक्षा देता है