इस बीमारी के ज्यादा मामले भी 50 साल से अधिक उम्र वालों में आते हैं. खुले घाव वाले लोगों में एसटीएसएस का खतरा बढ़ जाता है. इसमें वे लोग भी शामिल हो सकते हैं जिनकी हाल ही में सर्जरी हुई हो या कोई वायरल संक्रमण हुआ हो।
गले में खराश शरीर के किसी हिस्से में सूजन मुंह में लाल और बैंगनी धब्बे लिम्फ नोड्स का बढ़ जाना
एसटीएसएस की पहचान करने के लिए कोई एक निर्धारित टेस्ट नहीं है. अगर संक्रमण वाले इलाके में मरीज को यह तीन लक्षण दिखते हैं तो डॉक्टर मरीज का ब्लड सैंपल लेकर कई तरह की जांच करते हैं. इनमें बीपी लो और अगर किसी व्यक्ति के एक से ज्यादा अंगों में समस्या है तो उसकी जांच की जाती है.
घाव के आसपास जलन है तो डॉक्टर से मिले हाथ धोते रहें बुखार होने पर डॉक्टर से संपर्क करें संक्रमित इलाकों में जाने से बचे