रिलेशनशिप जब किसी एक या दोनों के लिए बोझिल लगने लगे। बेमतलब की बहसबाजी और बहानेबाजी बढ़ जाए, तो इसे रिलेशनशिप बर्नआउट कहा जा सकता है।
सारा खेल वक्त का है। जिस वक्त की कमी के चलते झगड़े हो रहे हैं, उसे वक्त देकर ही सुलझाया जा सकता है। एक साथ वक्त बिताने से पार्टनर क्या फील कर रहा है या आप क्यों ऐसा फील करने लगे हैं ये सारी चीजें शेयर करें। बहुत हद तक मुमकिन है प्रॉब्लम सॉल्व हो जाएगी।
लड़ाई-झगड़े गुस्सा करने या बातचीत बंद कर देने से कभी नहीं सुलझते, लेकिन हां बातचीत करके चीजों को जरूर ठीक किया जा सकता है।
किसी भी सिचुएशन को गुस्से से कंट्रोल करने की कोशिश न करें। गुस्सा इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन होता है। कई बार गुस्से में व्यक्ति ऐसी बातें बोल जाता है, जिसका बाद में बहुत अफसोस होता है और कई बार रिश्ते टूट भी जाते हैं।
इसमें बिल्कुल न शर्माएं या घबराएं। अगर आपका रिश्ता आपसे नहीं संभल रहा है, तो एक्सपर्ट की हेल्प लेने में कोई बुराई नहीं। घर से बड़े-बूढ़ों का एक्सपीरियंस आपकी काफी मदद कर सकता है। वैसे आजकल रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स भी ऐसे मुद्दों को सुलझाने में हेल्पफुल साबित हो रहे हैं।