Weather Today: 1 अगस्त 2025 को देश के कई हिस्सों में मौसम ने करवट ले ली है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उत्तर भारत समेत मध्य और पहाड़ी राज्यों के लिए भारी बारिश, तेज आंधी और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है। राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, और हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर में विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
दिल्ली में छाए रहेंगे बादल

IMD के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली में दिन भर बादल छाए रहने की संभावना है। साथ ही हल्की बारिश और बिजली चमकने की चेतावनी दी गई है। राजधानी में अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री रहने के आसार हैं। अगस्त के पहले हफ्ते में भी इसी तरह के मौसम की संभावना जताई गई है।
पश्चिमी यूपी में भारी बारिश के आसार
उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जिलों में आज भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। जिन जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, उनमें शामिल सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर और बरेली। इन जिलों के आसपास के क्षेत्रों में जलभराव और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं।
कई जिले बाढ़ की चपेट में
मध्य प्रदेश में ग्वालियर-चंबल अंचल सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां राजस्थान के कोटा बैराज और नौनार डैम से छोड़े गए पानी की वजह से चंबल नदी में उफान आ गया है, जिससे कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। सैकड़ों गांवों का संपर्क टूट गया है और जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
राजस्थान में नदियों का जलस्तर बढ़ा
राजस्थान में चंबल और पार्वती नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। धौलपुर में चंबल नदी खतरे के स्तर से 12 मीटर ऊपर बह रही है, जिससे कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। राहत और बचाव कार्य के लिए सेना को बुलाया गया है। कोटा, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर और टोंक जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
हिमाचल में ब्यास नदी का खतरा
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण मनाली के बाहंग क्षेत्र में ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया है और पानी घरों और दुकानों तक पहुंच गया है। इससे मनाली-लेह मार्ग के धंसने का खतरा बना हुआ है। कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, शिमला और सिरमौर जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
उत्तराखंड में केदारनाथ यात्रा फिर स्थगित
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन के कारण केदारनाथ यात्रा गुरुवार को लगातार दूसरे दिन स्थगित रही। NDRF और SDRF की टीमें अब तक 1100 से अधिक यात्रियों को सुरक्षित निकाल चुकी हैं, जबकि 5000 से ज्यादा यात्रियों को सोनप्रयाग में रोका गया है। देहरादून, टिहरी, चंपावत और पिथौरागढ़ जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।

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