Waqf Amendment Bill: संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण जारी है और इस दौरान वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर विपक्षी दलों लगातार सरकार पर तीखा हमला कर रहे है। इस विधेयक को लेकर विभिन्न विपक्षी दल विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें खासतौर पर कांग्रेस, टीएमसी, आरजेडी, जेएमएम, एनसीपी, सपा, AIMIM, डीएमके, अकाली दल, शिवसेना और IUML के प्रतिनिधि शामिल होंगे। आज जंतर मंतर पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने इस विधेयक के खिलाफ धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे।
धरना प्रदर्शन का समय और प्रभाव

AIMPLB द्वारा आयोजित धरना प्रदर्शन आज सुबह 10 बजे से जंतर मंतर पर शुरू होगा। बोर्ड ने कहा है कि वक्फ संशोधन विधेयक मुसलमानों के धार्मिक और सामाजिक अधिकारों को छीनने के लिए एक सोची-समझी साजिश है, जिसे किसी भी हालत में मंजूर नहीं किया जाएगा। AIMPLB ने भारत के मुसलमानों से अपील की है कि वे इस बिल के खिलाफ आवाज उठाने के लिए जंतर मंतर पर जुटें। बोर्ड ने कहा कि वह वक्फ संपत्ति की रक्षा के लिए इस विधेयक का विरोध कर रहा है।
बजट सत्र और हंगामेदार कार्यवाही की संभावना
बजट सत्र का दूसरा चरण 10 मार्च से शुरू हुआ था, और यह 4 अप्रैल तक चलेगा। इस सत्र के दौरान संसद की कार्यवाही आज सुबह 11 बजे से शुरू होगी, जिसमें रेलवे ग्रांट और कई अन्य महत्वपूर्ण रिपोर्टों पर चर्चा होगी। हालांकि, वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और इसके मुद्दे पर विपक्षी दलों के विरोध की संभावना है, जिससे संसद की कार्यवाही हंगामेदार हो सकती है।
विपक्ष और सरकार के बीच संघर्ष

विपक्षी दलों का कहना है कि वक्फ संशोधन विधेयक मुसलमानों के अधिकारों के खिलाफ है, और इसका उद्देश्य मुस्लिम समुदाय की धार्मिक संपत्ति को नियंत्रित करना है। वहीं, सरकार इस विधेयक को जल्द से जल्द पारित करना चाहती है। हाल ही में संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा था कि सरकार वक्फ संशोधन विधेयक को पारित करने के लिए तैयार है, क्योंकि इसके माध्यम से कई महत्वपूर्ण मुद्दे सुलझ सकते हैं।
संसदीय समिति की रिपोर्ट और सरकार की प्राथमिकता
संसदीय समिति ने विपक्षी दलों के भारी विरोध के बावजूद इस बिल पर अपनी रिपोर्ट लोकसभा में पेश की थी। इसके बाद, सरकार ने इसे पास कराने की अपनी प्राथमिकता जाहिर की है। सरकार का कहना है कि वक्फ संशोधन विधेयक से मुस्लिम समुदाय के कई मुद्दे हल होंगे और वक्फ संपत्तियों की बेहतर प्रबंधन व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकेगी।
AIMPLB की तरफ से सरकार पर आरोप

AIMPLB के प्रवक्ता इलियास ने कहा कि संसद की संयुक्त समिति ने उनके द्वारा दिए गए सुझावों पर विचार नहीं किया और न ही विपक्षी दलों द्वारा प्रस्तावित संशोधनों को शामिल किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक का उद्देश्य मुस्लिम समाज की संपत्ति को हड़पने की साजिश है, जिसे वे किसी भी हालत में स्वीकार नहीं करेंगे। AIMPLB ने इस बिल को खारिज करने की अपील की है और कहा है कि वे इस विधेयक के खिलाफ संघर्ष जारी रखेंगे।
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