Vodafone Idea share price:वोडाफोन आइडिया के शेयरों में आज 6 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली, और यह 7.46 रुपये के न्यूनतम स्तर तक पहुँच गए। रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 12:40 बजे, वोडाफोन आइडिया के शेयर दिन के निचले स्तर 7.51 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे। इस दौरान करीब 163 करोड़ वोडाफोन आइडिया के शेयरों का लेन-देन हुआ। पिछले दो कारोबारी सत्रों से वोडाफोन आइडिया के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है।
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वर्तमान स्थिति और मूविंग एवरेज
वर्तमान में वोडाफोन आइडिया के शेयर 20-दिन की मूविंग एवरेज से ऊपर ट्रेड कर रहे हैं, लेकिन 5-दिन, 50-दिन, 100-दिन और 200-दिन की मूविंग एवरेज से नीचे हैं। यह स्थिति दर्शाती है कि शेयर बाजार में वोडाफोन आइडिया को लेकर निवेशकों का विश्वास कमजोर हो सकता है।
पोजटिव खबरों के बावजूद गिरावट
मिराए एसेट शेरखान के पोर्टफोलियो मैनेजर बिनोद मोदी ने कहा कि पिछले एक महीने में वोडाफोन आइडिया के शेयरों ने सकारात्मक रुझान दिखाया था, खासकर जब सरकार ने यह स्पष्ट किया कि वह वोडाफोन आइडिया में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का कोई इरादा नहीं रखती। सरकार का यह बयान उन निवेशकों के लिए राहत का कारण बना था, जो कंपनी के भविष्य को लेकर चिंतित थे। हालांकि, कंपनी पर 50,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है और इसका भविष्य अभी भी अनिश्चित है। बिनोद मोदी ने वोडाफोन आइडिया के शेयरों के लिए नकारात्मक दृष्टिकोण व्यक्त किया है।
वोडाफोन आइडिया का जोखिम और भविष्य
हाल ही में वरिष्ठ बाजार विशेषज्ञ गौरंग शाह ने वोडाफोन आइडिया के शेयरों को एक जोखिम भरी सट्टा बताया। उनका कहना था कि वोडाफोन आइडिया के शेयर अगले कुछ महीनों में 7 रुपये से 15, 20 या 25 रुपये तक नहीं बढ़ सकते। उनका लक्ष्य मूल्य 9 रुपये था, और उन्होंने सलाह दी कि वोडाफोन आइडिया को केवल उन निवेशकों को खरीदना चाहिए जिनका जोखिम सहनशक्ति बहुत अधिक है।
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सरकार की भूमिका और नई हिस्सेदारी
इस हफ्ते की शुरुआत में संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वोडाफोन आइडिया को एक मजबूत संदेश दिया था। उन्होंने कहा कि अब यह टेलीकॉम ऑपरेटर का काम है कि वह प्रदर्शन करे। हाल ही में वोडाफोन आइडिया को 36,950 करोड़ रुपये के बकाया स्पेक्ट्रम नीलामी कर्ज को इक्विटी में बदलने के बाद सरकार की हिस्सेदारी बढ़कर 48.99 प्रतिशत हो गई। इससे पहले सरकार की हिस्सेदारी केवल 22.6 प्रतिशत थी।