Vodafone Idea Share Price:ग्लोबल बाजार से मिलेजुले संकेतों के बीच भारतीय घरेलू इक्विटी सूचकांकों ने शुक्रवार, 2 मई 2025 को सकारात्मक शुरुआत की। बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी-50 ने इस दिन बढ़त के साथ ट्रेडिंग की शुरुआत की। दिन के अंत तक बीएसई सेंसेक्स 259.75 अंक यानी 0.32 प्रतिशत की बढ़त के साथ 80501.99 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 12.50 अंक यानी 0.05 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 24346.70 अंक पर बंद हुआ।
भारतीय शेयर बाजार में हल्की मंदी
शुक्रवार, 2 मई 2025 को भारतीय शेयर बाजार में एक सामान्य सकारात्मक माहौल था, लेकिन कुछ क्षेत्रों में हल्की मंदी भी देखी गई। खासकर एस एंड पी बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में गिरावट का रुझान देखने को मिला। यह इंडेक्स -34.77 अंक यानी -0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 47365.54 अंक पर बंद हुआ। हालांकि, निफ्टी बैंक इंडेक्स में मामूली बढ़त दर्ज की गई। दोपहर लगभग 3.30 बजे तक निफ्टी बैंक इंडेक्स 28.20 अंक यानी 0.05 प्रतिशत की तेजी के साथ 55115.35 अंक पर बंद हुआ था। इसी तरह, निफ्टी आईटी इंडेक्स भी 96.90 अंक यानी 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 35891.85 अंक पर बंद हुआ।
वोडाफोन के शेयर में देखने को मिली गिरावाट
वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के शेयर में शुक्रवार को गिरावट का रुझान देखा गया। दिन के पहले भाग में इस शेयर की कीमत 7.12 रुपये पर ओपन हुई थी, लेकिन दोपहर तक यह 7.24 रुपये तक पहुंच गई। हालांकि, करीब 3.30 बजे तक वोडाफोन आइडिया के शेयर में -0.85 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 7.06 रुपये पर बंद हुआ। इस दिन के दौरान वोडाफोन आइडिया के शेयर का निचला स्तर 7.03 रुपये था, जो निवेशकों के लिए चिंता का कारण बन सकता है।
शेयरों में उतार-चढ़ाव जारी
हालांकि, वोडाफोन आइडिया का शेयर इस समय बाजार में एक उच्च जोखिम वाला निवेश माना जा रहा है। कंपनी के वर्तमान वित्तीय हालात, साथ ही भविष्य में उसकी नेटवर्क विस्तार योजनाओं और सरकारी नीतियों के असर को लेकर निवेशकों के मन में अनिश्चितता बनी हुई है। इसी कारण वोडाफोन आइडिया के शेयरों में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा।
वैश्विक बाजार की स्थिति
वैश्विक स्तर पर भी बाजार से मिलेजुले संकेत आ रहे हैं, जिससे भारतीय शेयर बाजार पर असर पड़ता है। अमेरिका, यूरोप और एशिया के प्रमुख बाजारों में उतार-चढ़ाव और नीतिगत बदलावों से भारतीय बाजार पर असर पड़ता है। निवेशकों के लिए यह समय सतर्कता बरतने का है, क्योंकि वैश्विक और घरेलू आर्थिक स्थिति में परिवर्तन हो सकता है।