Virat Kohli Retirement: भारतीय क्रिकेट के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। उन्होंने 123 टेस्ट मैचों में 9230 रन बनाए, जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं। उनका औसत 46.85 रहा। कोहली ने जून 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू किया था और जनवरी 2025 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट उनका आखिरी मुकाबला साबित हुआ।
कप्तान के रूप में 40 जीत

विराट कोहली ने अपनी कप्तानी में 68 टेस्ट मैचों में से भारत को 40 बार जीत दिलाई। यह भारत के टेस्ट इतिहास में अब तक की सबसे सफल कप्तानी में से एक मानी जाती है। उनकी आक्रामक कप्तानी और फिटनेस के प्रति समर्पण ने युवा क्रिकेटरों को नई दिशा दी।
वेस्ट दिल्ली क्रिकेट एकेडमी के बच्चों की आंखें नम
दिल्ली की ‘वेस्ट दिल्ली क्रिकेट एकेडमी’, जहां कोहली ने क्रिकेट की बुनियादी शिक्षा ली, वहां के बच्चे उनके संन्यास से बेहद भावुक हैं। रियान ने कहा, “मैं बहुत शॉक्ड था। सोचा था अभी कई साल तक खेलेंगे।” मल्लिका का कहना है कि यह एक निराशाजनक पल था। कृष ने महसूस किया कि कोहली ने जल्दबाजी में फैसला लिया।
कोहली की उपस्थिति को मिस करेंगे फैंस

विराट कोहली के भतीजे आर्यवीर ने कहा कि वे बचपन से उन्हें खेलते देख रहे हैं और अब मैदान पर ना देख पाने का दुख है। गुनमय मनचंदा ने कहा कि वह कोहली के फैसले से भावुक हैं और उनकी उपस्थिति को हमेशा मिस किया जाएगा। ऋद्धि मिश्रा ने कोहली के अचानक लिए गए फैसले पर हैरानी जताई।
10,000 रन और इंग्लैंड में रिकॉर्ड अधूरे रह गए
कोहली का एक बड़ा लक्ष्य टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन बनाने का था, लेकिन वह 9230 पर ही रुक गए। इसके अलावा, इंग्लैंड में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बनने का सपना भी अधूरा रह गया।
भारतीय क्रिकेट में एक युग का अंत

विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास भारतीय क्रिकेट में एक युग का अंत है। उनकी उपलब्धियां हमेशा याद की जाएंगी। हालांकि फैंस और कोच निराश हैं, लेकिन कोहली ने यह दिखा दिया कि कैसे एक खिलाड़ी अपने चरम पर भी संन्यास लेकर नई राह चुन सकता है। यह निर्णय आने वाले खिलाड़ियों के लिए प्रेरणादायक बना रहेगा।