Vinesh Phogat Retirement: भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने गुरुवार को पेरिस ओलंपिक 2024 में अयोग्य घोषित होने के बाद कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश साझा करते हुए अपने समर्थकों का धन्यवाद किया और अपनी मां से माफी मांगी। विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को बुधवार को पेरिस ओलंपिक 2024 के 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल फाइनल में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। 29 साल की पहलवान का वजन वेट-इन के दौरान तय सीमा से थोड़ा ज्यादा पाया गया, जिस कारण उन्हें यह कठिन निर्णय लेना पड़ा। वास्तव में विनेश फोगाट का यह निर्णय उनके प्रशंसकों के लिए एक बड़ा झटका है। उनका करियर संघर्ष और उपलब्धियों से भरा रहा है।
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सोशल मीडिया पर साझा किया दु:ख
विनेश फोगाट ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपने दु:ख को व्यक्त करते हुए लिखा, “मां कुश्ती जीत गई, मैं हार गई।” उन्होंने अपने 24 साल के करियर को अलविदा कहते हुए कहा कि उनकी हिम्मत अब टूट चुकी है और वह अब इस खेल में आगे नहीं बढ़ सकतीं। विनेश ने अपने समर्थकों का आभार व्यक्त करते हुए लिखा, “मैं आप सबकी ऋणी रहूंगी।” उनके इस निर्णय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी समेत कई खेल और सियासी जगत की हस्तियों ने भी प्रतिक्रिया दी और विनेश को चैंपियन बताते हुए उनका हौसला बढ़ाया।
खेल पंचाट में अपील
विनेश फोगाट ने खेल पंचाट (कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन ऑफ स्पोर्ट्स) में अपील करते हुए ओलंपिक का रजत पदक संयुक्त रूप से देने की मांग की है। इस अपील पर जल्द ही निर्णय आने की उम्मीद है। इससे पहले, उन्होंने मंगलवार को लगातार तीन मैच जीतकर फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन बुधवार को वेट-इन के दौरान उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा निकलने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया।
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क्या कहता है नियम
विनेश फोगाट के ओलंपिक से डिस्क्वालिफाई होने के पश्चात युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) के नियमों की भी चर्चा होने लगी है। नियमों के अनुसार, पहलवान को वजन कराने की अवधि में कई बार अपना वजन कराने का अधिकार दिया जाता है। अगर कोई भी खिलाड़ी पहली और दूसरी बार वजन कराने के वक्त उपस्थित नहीं होता है या डिस्क्वालिफाई होता है तो उसे कॉम्पिटिशन से बाहर कर दिया जाता है। इस तरह वह आखिरी स्थान पर रहता है और उसे कोई रैंक नहीं मिलती है।
यह दु:खद है कि एक मामूली वजन के कारण उनका ओलंपिक सपना टूट गया। उनके संघर्ष और समर्पण को सलाम करते हुए, हम सभी उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं। उम्मीद है कि उनकी अपील पर सकारात्मक निर्णय आएगा और वह अपना हौसला बनाए रखेंगी।
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