विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला खत लिखते हुए, अपना खेल रत्न अवॉर्ड और अर्जुन अवॉर्ड वापस करने का ऐलान किया है। इससे पहले बजरंग पूनिया ने भी पद्मश्री वापस किया था। उससे पहले साक्षी मलिक ने तो कुश्ती छोड़ने का ही फैसला कर लिया था।
Wrestlers Protest: पहलवानों और बृजभूषण शरण सिंह को लेकर चल रहे विवाद के बीच अब विनेश फोगाट ने बड़ा फैसला किया है, उन्होंने कहा है, कि वह अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड वापस करने जा रही हैं। बता दे कि विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला खत लिखते हुए, अपना खेल रत्न अवॉर्ड और अर्जुन अवॉर्ड वापस करने का ऐलान किया है। विनेश फोगाट से पहले बजरंग पूनिया ने भी पद्मश्री अवॉर्ड वापस करने का ऐलान किया था
मैंने ओलंपिक मेडल जीतने का सपना देखा था…
विनेश ने आगे लिखा मैंने ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना देखा था, लेकिन अब यह सपना भी धुंधला पड़ता जा रहा है। बस यही दुआ करूंगी कि आने वाली महिला खिलाड़ियों का यह सपना जरूर पूटा हो। हमारी जिंदगियां उन फैंसी विज्ञापनों जैसी बिल्कुल नहीं है। कुश्ती की महिला पहलवानों ने पिछले कुछ सालों में जो कुछ भोगा है उससे समझ आता ही होगा कि हम कितना घुट-घुटकर जी रही है।
‘मैं अंदर ही अंदर घुट रही हूं’
उन्होंने कहा कि कई बार इन सारे घटनाक्रमों को भूल जाने का प्रयास भी किया। लेकिन इतना आसान नहीं है। सर, जब मैं आपसे मिली तो यह सब आपको भी बताया था। हम न्याय के लिए एक साल से सड़कों पर घिसड़ रहे हैं। कोई हमारी सुध नहीं ले रहा। हमारे मेडलों और अवॉर्डों को 15 रुपये का बताया जा रहा है। लेकिन ये मेडल हमें हमारी जान से भी प्यारे हैं। जब हमने देश के लिए मेडल जीते थे तो सारे देश ने हमें अपना गौरव बताया था। अब जब अपने न्याय के लिए आवाज उठाई है तो हमें देशद्रोही बताया जा रहा है।
विनेश ने पीएम को लिखा खत…
भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने खेल रत्न के साथ ही अर्जुन अवॉर्ड लौटने का ऐलान किया है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर यह ऐलान किया। विनेश ने पत्र शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, ‘मैं अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवार्ड वापस कर रही हूं। इस हालत में पहुंचाने के लिए ताकतवर का बहुत बहुत धन्यवाद।’
लंबे वक्त से विरोध कर रहे हैं पहलवान…
बता दें कि साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट समेत कई पहलवान पिछले लंबे वक्त से भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे। पहले बृजभूषण सिंह की WFI से छुट्टी हुई, उसके बाद जब कमेटी में फिर से चुनाव हुए तब संजय सिंह अध्यक्ष चुनकर आए। जो बृजभूषण सिंह के ही करीबी बताए गए थे। इन चुनावों के बाद भी सभी पहलवानों ने खुला विरोध किया था।