Uttarakhand News: उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में कांवड़ भंडारे का सामान ले जा रहा एक ट्रक फकोट के पास तच्छला मोड़ पर अनियंत्रित होकर पलट गया। इस भीषण हादसे में तीन कांवड़ियों की मौत हो गई जबकि 18 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। ट्रक के पलटने की वजह से कई लोग ट्रक के मलबे में फंस गए, जिन्हें निकालने में बचाव दल को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
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कहां जा रहे थे श्रद्धालु ?
आपको बता दे कि, हादसे में जहां कई श्रद्धालु खून में लथपथ हो गए, वहीं चार वर्षीय मासूम नकुल पूरी तरह सुरक्षित निकला। ट्रक के मलबे से नकुल को निकालते ही लोगों की आंखें नम हो गईं और इसे ईश्वरीय चमत्कार कहा जाने लगा। इस घटना ने हादसे में मानवीय संवेदनाओं को झकझोर दिया है। हादसे में जान गंवाने और घायल होने वाले श्रद्धालु दिल्ली और हरियाणा से हरिद्वार में कांवड़ भंडारे की सेवा में भाग लेने जा रहे थे। भक्तों की सेवा भावना से भरे इस ट्रक में सवार कई यात्री अचानक हुए इस हादसे में ट्रक के नीचे दब गए।
तत्काल राहत और बचाव अभियान शुरू
बताते चले कि, घटना की सूचना मिलते ही नरेन्द्रनगर पुलिस, SDRF टीम और स्थानीय ग्रामीण राहत-बचाव कार्य में जुट गए। घायल श्रद्धालुओं को फकोट अस्पताल पहुंचाया गया जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों को एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया। मृतकों में विक्की, सुनील सैनी और संजय शामिल हैं। घायल चार लोगों को एम्स ऋषिकेश और बाकी को नरेंद्र नगर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जताया दुख
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दुखद हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और घायल श्रद्धालुओं के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। प्रशासन ने भी हादसे के बाद तत्काल राहत एवं बचाव अभियान चलाकर घायल श्रद्धालुओं को सहायता प्रदान की।
दुर्घटना की जगह और कारण का मिला विवरण
नरेंद्र नगर थाना प्रभारी संजय मिश्रा के अनुसार हादसा सुबह करीब नौ बजे फकोट और जाजल के बीच तच्छला मोड़ पर हुआ। टिहरी की जिलाधिकारी नितिका खंडेलवाल ने बताया कि दुर्घटना खड़ी से लगभग दो किलोमीटर आगे हुई। प्रारंभिक जांच में पता चला कि चालक ने खड़ी ढलान पर वाहन का नियंत्रण खो दिया जिससे ट्रक पलट गया। हादसे की सही वजह पता लगाने के लिए जांच जारी है।
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