Uttarakhand Cloudburst News:उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के हर्षिल घाटी स्थित धराली क्षेत्र में खीरगंगा नदी में बादल फटने की वजह से आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। इस भीषण प्राकृतिक आपदा में अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। कई मजदूर, स्थानीय लोग और सेना के जवान भी इस त्रासदी में लापता हैं।तेज बहाव के चलते धराली बाजार पूरी तरह से तबाह हो गया। दर्जनों दुकानें, वाहन और स्थानीय ढांचे पानी में बह गए हैं। इसके अलावा करीब 15 घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं और 6 से 7 दुकानों को गंभीर नुकसान पहुंचा है। सेना का एक बड़ा कैंप भी बाढ़ में बह गया है, जिससे रक्षा ढांचे को भी नुकसान हुआ है।
भागीरथी नदी में मलबे से बनी अस्थायी झील
इस आपदा के बाद सैकड़ों घन मीटर मलबा खीरगंगा से बहकर भागीरथी नदी में जमा हो गया है, जिससे लगभग 300 मीटर लंबी एक अस्थायी झील बन गई है। विशेषज्ञों को आशंका है कि यदि यह झील टूटती है, तो निचले क्षेत्रों में और भी भयंकर तबाही हो सकती है। प्रशासन इस स्थिति को बेहद गंभीरता से लेते हुए अलर्ट पर है और राहत कार्यों को तेजी से अंजाम दिया जा रहा है।
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बचाव अभियान जारी, हेलीकॉप्टर की मांग
आपदा राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। आईटीबीपी ने अब तक 80 से अधिक स्थानीय लोगों को कोपांग के राहत कैंप में सुरक्षित पहुंचाया है। सेना ने भी बचाव अभियान शुरू कर दिया है। राज्य सरकार ने केंद्र से दो MI और एक चिनुक हेलीकॉप्टर की मांग की है ताकि प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाई जा सके और घायलों को समय पर इलाज मिल सके।
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प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक जताते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात कर जानकारी ली है। उन्होंने राज्य को हरसंभव केंद्रीय सहायता देने का आश्वासन दिया है। गृह मंत्री अमित शाह ने भी घटना की जानकारी लेकर मदद का भरोसा दिया है।
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नेटवर्क और संचार व्यवस्था ठप
धराली क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह से ठप हो चुका है जिससे राहत कार्यों में भी बाधा उत्पन्न हो रही है। प्रशासन द्वारा अस्थायी लाइट और संचार के वैकल्पिक साधन पहुंचाए जा रहे हैं ताकि रेस्क्यू अभियान अंधेरे में भी जारी रखा जा सके।
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मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के पांच जिलों — देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चंपावत और बागेश्वर — में अगले 24 घंटों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। उत्तरकाशी में अब तक 24 एमएम बारिश दर्ज की गई है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।
स्थिति की निगरानी और सरकारी प्रयास
उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन के अनुसार, कई मकान और होटल बर्बाद हो चुके हैं और उनकी विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है। रेस्क्यू टीमों को मौके पर पहुंचाया जा रहा है। ऋषिकेश एम्स में बेड आरक्षित कर दिए गए हैं ताकि घायलों का तुरंत इलाज किया जा सके।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि SDRF, NDRF और स्थानीय प्रशासन की टीमें युद्ध स्तर पर कार्य कर रही हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों की आंखों देखा हाल
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बाढ़ का मंजर इतना भयानक था कि लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही तबाही मच गई। बड़े-बड़े पत्थर और मलबा बाजार में घुस आया, जिससे दर्जनों लोग दब गए। अब तक कितने लोग मलबे में फंसे हैं, इसका सटीक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है।