US Attacks Iran: अमेरिका के गृह सदन की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि ट्रंप ने कांग्रेस की मंजूरी के बिना ईरान के परमाणु ठिकानों—फोर्डो, नतांज और इस्फहान—पर हमला किया।पेलोसी ने इस कार्रवाई को संवैधानिक प्रक्रिया की अवहेला बताया और ट्रंप प्रशासन से जवाबदेही की मांग की । वह एक वॉर पावर्स प्रस्ताव भी लाने जा रही हैं, जिससे राष्ट्रपति की सैन्य कार्रवाई पर नियंत्रण होगा ।
Read more :Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: जेठालाल-बबीता जी शो से गायब! ऐसा कुछ हुआ जिसे जान हो जाएंगे हैरान…
ईरान की जवाबी कार्रवाई
अमेरिकी हमलों के कुछ ही घंटों बाद, ईरान ने 25 से 150 तक अनुमानित बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन दागे, जिनका लक्ष्य तेल अवीव और हाइफा था।इजरायली मीडिया ने बताया कि इन हमलों के दौरान आक्रमण राडार और रक्षा प्रणालियों को निशाना बनाया गया । मिसाइलों को इंटरसेप्ट किया गया, बावजूद इसके यह घटनाएं गंभीर खतरे की निशानी हैं ।
Read more :Vijay thalapathy:थलापति विजय की आखिरी फिल्म ‘जन नायकन’ का टीजर रिलीज, फैंस हुए इमोशनलRead more :
IAEA का बयान
नुक्कड़ युद्ध के बावजूद, IAEA ने कहा है कि बम धमाकों के बाद रेडिएशन स्तर सामान्य हैं, और फिलहाल कोई एपिडेमिक खतरा नहीं है। लेकिन एजेंसी ने यह भी कहा कि स्थिति पर नजर बनाए रखी जाएगी ।
Read more :Gold Price Today: सोने-चांदी की कीमतें घटी या बढ़ी? जानें अपने शहर का रेट…
अमेरिकी सैन्य तैनाती, मध्य-पूर्व में 40,000 सैनिक
अमेरिका ने वर्तमान में मध्य-पूर्व क्षेत्र—जैसे कि बहरीन, कुवैत, कतर, ईराक, यूएई और सीरिया—में लगभग 40,000 सैनिक तैनात किए हैं।इससे उनकी रणनीतिक पकड़ और क्षेत्रीय नियंत्रण मजबूत होता दिख रहा है।
पेलोसी का जनादेश
- पेलोसी ने ट्रंप से सवाल उठाया है कि इतनी गंभीर कार्रवाई कांग्रेस की मंजूरी के बिना क्यों की गई।
- उन्होंने कहा कि यह संविधानगत अवमानना है और सेना की रणनीति को स्वीकारोक्ति की आवश्यकता है ।
सीपीएम का फटकार
सीपीएम महासचिव एम.ए. बेबी ने इस हमला को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया और भारत सहित वैश्विक मंच से इसकी निंदा की। उन्होंने इसे इराक युद्ध जैसा गैरकानूनी कदम करार दिया ।
Read more :Gold Price Today: सोने-चांदी की कीमतें घटी या बढ़ी? जानें अपने शहर का रेट…
ईरान विदेश मंत्री का बयान
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने इस हमले को संयुक्त राष्ट्र चार्टर और NPT का उल्लंघन बताया।
उनका कहना है कि यह अराजक और अप्राकृतिक कदम है, जिसका दीर्घकालिक असर होगा। इरान ने कहा कि इसे संयुक्त राष्ट्र में उठाया जाएगा और प्रतिकारी कदम उठाने का अधिकार सुरक्षित रखा जाता है ।
ईरानी परमाणु ऊर्जा संगठन का रिएक्शन
ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन (AEOI) ने हमला अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन बताया और IAEA की निष्क्रियता पर सवाल उठाए हैं ।