Allahabad University : इलाहाबाद यूनिवर्सिटी एक ऐसा विश्वविद्यालय है जिसमें पढ़ने का लाखों लोगो का सपना होता है। ये एक ऐसा विश्वविद्यालय जहाँ पढ़ने के लिए देश-विदेश के लोग आते है। हाली में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से एक दंग करने देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक छात्र का ऑडियो वायरल हुआ था। जिसमें छात्र, हॉस्टल वॉर्डन और प्रॉक्टर पर अपनी पैंट उतरवा कर रैगिंग लेने का आरोप लगा रहा था। इसके सथ ही उसे गलत तरीके से छुआ गया और मारपीट की गई। छात्र ने हॉस्टल वॉर्डन, यूनिवर्सिटी के एक प्रॉक्टर और प्रॉक्टर ऑफिस के कर्मचारियों पर इस कथित रैगिंग में शामिल होने का इल्जाम लगाया है।
Read more :Poonam Pandey जिंदा है…फिर क्यों सामने आई थी मौत की खबर? सामने आई बड़ी वजह
छात्रों ने ज्ञापन लेने पहुंचे रजिस्ट्रार प्रो. पर फेंका स्याही ..
वहीं ऑडियो वायरल होने के बाद परिसर में तनाव बढ़ गया है,लगातार चौथे दिन, बृहस्पतिवार को भी छात्रों का आंदोलन जारी रहा। लाइब्रेरी गेट के सामने धरने पर बैठे छात्रों से वार्ता करने और ज्ञापन लेने पहुंचे रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ला पर स्याही फेंक दी गई। रजिस्ट्रार ने मुकदमा दर्ज कराने के लिए कर्नलगंज थाने में तहरीर दी है। इस तहरीर में लिख है कि- “जब वह छात्र से ज्ञापन लेने लाइब्रेरी गेट के पास पहुंचे तो धरने का नेतृत्व कर रहे अजय सिंह यादव, सत्यम कुशवाहा और शिवम सिंह के ललकारने पर एक व्यक्ति ने उन पर स्याही फेंक दी, जिसे प्रत्यक्षदर्शियों ने आयुष प्रियदर्शी के रूप में पहचाना। भीड़ में कुछ अज्ञात लोगों ने रजिस्ट्रार पर हमला करने का भी प्रयास किया।”
Read more :जमीनी विवाद में भाजपा नेता ने शिवसेना विधायक पर पुलिस थाने में चलाई अंधाधुंध गोलियां
प्रॉक्टोरियल बोर्ड के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग..
आपको बता दें कि रैगिंग के मामले में इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि – “छात्रों के द्वारा लगाए गए आरोप बुनियाद है। आरोप लगाने वाले छात्र के आने जाने से लेकर सारा सीसीटीवी यूनिवर्सिटी प्रशासन के पास मौजूद है। वहीं दूसरी तरफ विश्वविद्यालय प्रशासन ने हॉस्टल के आरोपी वार्डन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके हॉस्टल के सारे अधिकार छीन लिए हैं, लेकिन विश्वविद्यालय के छात्रों में आक्रोश है और पूरे प्रॉक्टोरियल बोर्ड के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।”