UPI Payment Apps: भारत में डिजिटल पेमेंट की बढ़ती लोकप्रियता के साथ यूपीआई (Unified Payments Interface) के जरिए लेन-देन की प्रक्रिया में भी कई बदलाव हो रहे हैं। यूपीआई पेमेंट ऐप्स जैसे फोनपे, गूगल पे, पेटीएम आदि का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को अब तक कोई चार्ज नहीं देना पड़ता था। यह सर्विस पूरी तरह से फ्री रही है, और इसके कारण लाखों लोग डिजिटल लेन-देन को अपनाने में सक्षम हुए हैं। हालांकि, समय-समय पर यूपीआई पेमेंट पर शुल्क लगाए जाने की मांग उठती रही है, लेकिन सरकार ने हमेशा इसे खारिज किया है और यूपीआई पेमेंट को फ्री रखा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख करी मांग

लेकिन हाल ही में एक नया विवाद सामने आया है, जिसमें पेमेंट काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर यूपीआई पेमेंट और रूपे डेबिट कार्ड लेनदेन पर लागू जीरो मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) में पुनर्विचार करने की मांग की है। PCI में लगभग 180 नॉन-बैंकिंग पेमेंट इंडस्ट्री के प्लेयर शामिल हैं, और उनका कहना है कि यूपीआई पेमेंट और रूपे डेबिट कार्ड ट्रांजैक्शन पर सरकार को चार्ज लगाने की आवश्यकता है।
लेन-देन पर लिया जाएगा शुल्क?
काउंसिल का कहना है कि डिजिटल पेमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर को बनाए रखने और सुधारने के लिए इन लेन-देन पर शुल्क लिया जाना चाहिए। उनका मानना है कि इस शुल्क से डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म्स को अपनी सेवाओं में सुधार करने और नए फीचर्स प्रदान करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, डिजिटल पेमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर को बनाए रखने के लिए भी पर्याप्त धन की आवश्यकता होती है, जिसे चार्ज लगाकर पूरा किया जा सकता है।

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डिजिटल पेमेंट की दिशा में बदलाव या सिर्फ मांग?
हालांकि, सरकार की ओर से इस मामले में अभी तक कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है। इससे पहले, सरकार ने यूपीआई पेमेंट पर कोई भी शुल्क लगाने के खिलाफ हमेशा अपनी स्थिति स्पष्ट की थी। इसे देखते हुए यह सवाल उठता है कि क्या अब डिजिटल पेमेंट पर शुल्क लगाने की दिशा में कोई बदलाव हो सकता है या फिर यह केवल एक मांग ही बनेगी।
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सरकार का विचार उपयोगकर्ताओं के लिए बदलाव
आपको बता दे… अगर सरकार इस मुद्दे पर विचार करती है, तो यह निश्चित रूप से डिजिटल पेमेंट के उपयोगकर्ताओं के लिए एक बड़ा बदलाव होगा, क्योंकि अभी तक यूपीआई के माध्यम से किए गए ट्रांजैक्शंस पूरी तरह से फ्री रहे हैं। इसके अलावा, कुछ पेमेंट ऐप्स जैसे गूगल पे, फोनपे, पेटीएम आदि यूजर्स से मोबाइल रिचार्ज जैसे लेन-देन पर कुछ अतिरिक्त शुल्क लेते हैं, लेकिन इन ऐप्स पर मनी ट्रांसफर या अन्य सामान्य लेन-देन पर कोई शुल्क नहीं लिया जाता है।