QS Asia University Rankings 2025: दुनिया की प्रतिष्ठित रैंकिंग संस्था ‘क्यूएस’ ने 6 नवंबर को एशियाई देशों के उच्च शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग जारी की। इस सूची में गोरखपुर के दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (डीडीयू) और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। डीडीयू को दक्षिण एशियाई देशों में 240वां और एमएमएमयूटी को 292वां स्थान मिला है। एशिया में, डीडीयू 751-800 रैंकिंग बैंड में शामिल हुआ है, जबकि एमएमएमयूटी 901 प्लस रैंकिंग के साथ सूची में अपनी जगह बनाने में सफल रहा है।
डीडीयू की रैंकिंग में हुई उल्लेखनीय प्रगति
गौरतलब है कि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने वर्ष 2024 में दक्षिण एशियाई रैंकिंग में 258वां स्थान प्राप्त किया था। इस वर्ष यानी 2025 के लिए, डीडीयू ने लखनऊ विश्वविद्यालय के साथ संयुक्त रूप से 240वां स्थान हासिल किया है। डीडीयू की यह यात्रा वर्ष 2020-21 से शुरू हुई थी जब पहली बार क्यूएस रैंकिंग में इसे स्थान मिला था। तब डीडीयू भारत के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों की सूची में 96वें स्थान पर रहा था। पिछले वर्ष, डीडीयू 801-850 रैंकिंग बैंड में था, जो इस बार बेहतर होकर 751-800 रैंकिंग बैंड में आया है।
HEI में 23.7% में भी सुधार
डीडीयू के प्रशासन के अनुसार, एशियाई उच्च शिक्षा संस्थानों (एचईआई) में डीडीयू ने पिछले वर्ष की तुलना में 23.7 प्रतिशत सुधार दर्ज किया है। गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने इस उपलब्धि पर कहा कि लगातार दूसरी बार क्यूएस की एशियाई रैंकिंग में शामिल होना विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है। कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के मार्गदर्शन में इस वर्ष डीडीयू की रैंकिंग में सुधार हुआ है, जो विश्वविद्यालय की शिक्षा की गुणवत्ता और प्रबंधन क्षमता को प्रदर्शित करता है। कुलपति के अनुसार, यह उपलब्धि शिक्षकों, विद्यार्थियों और कर्मचारियों के सतत प्रयासों का परिणाम है, और आगे भी इस स्तर को बेहतर करने का प्रयास जारी रहेगा।
शोध श्रेणी में भी सुधार
शोध के क्षेत्र में भी डीडीयू ने उल्लेखनीय प्रगति की है। एशिया स्तर पर पीएचडी स्टाफ श्रेणी में डीडीयू ने 195वीं रैंक प्राप्त की है। इसके साथ ही अकादमिक और नियोक्ता प्रतिष्ठा में डीडीयू ने 401 प्लस रैंकिंग हासिल की है। प्रति पेपर उद्धरण, इनबाउंड एक्सचेंज छात्रों, अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क, अंतरराष्ट्रीय छात्र अनुपात और प्रति अध्यापक पेपर के मापदंडों में भी डीडीयू 501 प्लस बैंड में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहा है।
डीडीयू और एमएमएमयूटी का क्यूएस एशियाई रैंकिंग में स्थान बनाना गोरखपुर और उत्तर प्रदेश के लिए एक गर्व की बात है। यह दोनों विश्वविद्यालय शिक्षा, शोध और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अपना स्थान मजबूत कर रहे हैं। डीडीयू की रैंकिंग में यह सुधार यह दर्शाता है कि विश्वविद्यालय का शिक्षा गुणवत्ता के प्रति समर्पण अटूट है।
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