UP: कांवड़ यात्रा की बढ़ाई गई सुरक्षा, मुजफ्फरनगर में ATS तैनात, ड्रोन से रखी जाएगी निगरानी

Akanksha Dikshit
By Akanksha Dikshit
Kanwar Yatra 2024

Kanwar Yatra 2024: मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा (Kanwar yatra) को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। शासन स्तर से भी यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए गंभीरता बरती जा रही है। इसी उद्देश्य से मुजफ्फरनगर में एंटी टेररिस्ट स्क्वॉयड (ATS) की टीम भेजी गई है। मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। एटीएस की तैनाती और सघन चेकिंग अभियान से सुरक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत किया गया है। श्रद्धालुओं की यात्रा को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन हर संभव कदम उठा रहा है।

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एटीएस की तैनाती और पुलिस का मुस्तैदी निर्देश

शनिवार सुबह लखनऊ से पहुंची एटीएस की टीम ने मुजफ्फरनगर के शिवचौक पर अपना डेरा डाला। एसएसपी अभिषेक सिंह ने एटीएस टीम के जवानों को कांवड़ यात्रा रूट के संबंध में जानकारी दी और पूरी मुस्तैदी से निगरानी का निर्देश दिया। हरिद्वार से प्रतिदिन लाखों कांवड़िए श्रद्धालु गंगाजल लेकर शिवालयों की ओर आ रहे हैं। मुजफ्फरनगर में इनकी सर्वाधिक भीड़ रहती है, क्योंकि यहां शिवचौक मंदिर की परिक्रमा करते हुए शिवभक्त हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर, मेरठ और हापुड़ के लिए भी निकलते हैं।

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240 किलोमीटर का कांवड़ यात्रा रूट

मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा का रूट लगभग 240 किलोमीटर का है। यात्रा की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन ने दो हजार से ज्यादा स्थानों पर सीसीटीवी लगाए हैं और प्रत्येक दो किलोमीटर की दूरी पर पुलिस की तैनाती की गई है। 22 जुलाई से शुरू हुई कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस पहले से ही अलर्ट मोड पर है।

खुफिया विभाग का सघन चेकिंग अभियान

लगातार हो रही मारपीट और तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद इंटेलिजेंस टीम को अलर्ट कर दिया गया है। शुक्रवार देर रात इंटेलिजेंस की कई टीमों ने डॉग स्क्वॉड के साथ उत्तराखंड की सीमा से लेकर शामली, बिजनौर और मेरठ की सीमा तक सघन चेकिंग अभियान चलाया। इंटेलिजेंस की टीम के साथ सिविल पुलिस भी मुस्तैद रही। सबसे पहले शिव चौक पहुंची इंटेलिजेंस टीम ने अपने स्तर पर खुफिया जांच की और इसके बाद दिल्ली-देहरादून हाईवे, गंगानगर की पटरी, शामली और बिजनौर को जाने वाले कांवड़ मार्ग पर अभियान चलाया।

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ड्रोन कैमरे से निगरानी

स्थानीय खुफिया विभाग ने ड्रोन कैमरे से कांवड़ मार्ग की निगरानी की। इंटेलिजेंस टीम के अलावा डीएम और एसएसपी भी कांवड़ मार्ग की पल-पल की खबरें ले रहे हैं। साथ ही, सीसीटीवी कैमरों की मदद से कंट्रोल रूम में तैनात पुलिसकर्मी पैनी नजर बनाए हुए हैं।

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धार्मिक उत्सव की सुरक्षा में प्रशासन का योगदान

कांवड़ यात्रा एक धार्मिक उत्सव है जिसमें लाखों श्रद्धालु हरिद्वार से गंगाजल लेकर शिवालयों की ओर जाते हैं। इस दौरान यात्रा की सुरक्षा और शांति बनाए रखना पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है। पुलिस और इंटेलिजेंस टीमों की मुस्तैदी से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हो।

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