UP School Holiday: उत्तर प्रदेश के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों की आधिकारिक घोषणा की गई है। राज्य के करीब 1.33 लाख परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में 21 मई, मंगलवार से गर्मी की छुट्टियां शुरू होंगी। इन छुट्टियों के दौरान शिक्षकों को स्कूल आने की आवश्यकता नहीं होगी। छुट्टियों की अवधि में छात्रों को पूरी तरह से अवकाश रहेगा, जिससे वे गर्मी से राहत पा सकेंगे।
माध्यमिक विद्यालयों में भी अवकाश
बताते चले कि, उत्तर प्रदेश के सभी माध्यमिक विद्यालयों, जिनमें सरकारी, सहायता प्राप्त और स्ववित्तपोषित स्कूल शामिल हैं, में भी 21 मई से 30 जून तक गर्मी की छुट्टियां निर्धारित की गई हैं। हालांकि, इस बार एक नया बदलाव किया गया है, जिसके तहत सहायता प्राप्त और स्ववित्तपोषित विद्यालयों को समर कैंप आयोजित करने से पहले छूट दी गई थी, लेकिन अब जिलों के प्रशासन ने इन स्कूलों में भी समर कैंप चलाने के निर्देश जारी किए हैं। इससे शिक्षकों में असंतोष और नाराजगी देखने को मिल रही है।
समर कैंप के आयोजन को लेकर निर्देश
गर्मी की छुट्टियों के दौरान समर कैंप के आयोजन को लेकर बेसिक शिक्षा निदेशालय ने सोमवार को एक बैठक की और सभी जिलों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इन निर्देशों के मुताबिक, समर कैंप का संचालन शिक्षा मित्र और अनुदेशक करेंगे। इस कार्य के लिए उन्हें तय मानदेय भी प्रदान किया जाएगा। हालांकि, नियमित शिक्षकों को समर कैंप में शामिल होने की आवश्यकता नहीं होगी और वे छुट्टी पर रहेंगे।
नवीनतम बदलाव से नाराज शिक्षक
माध्यमिक विद्यालयों में समर कैंप के आयोजन के बाद शिक्षकों में नाराजगी उत्पन्न हो गई है। कुछ शिक्षक इसे अतिरिक्त कार्य मान रहे हैं और उनका कहना है कि गर्मी की छुट्टियों में समर कैंप के आयोजन से उनका शेड्यूल प्रभावित होगा। इसके अलावा, समर कैंप के संचालन की जिम्मेदारी शिक्षा मित्रों और अनुदेशकों पर डालने से शिक्षकों की नाराजगी बढ़ी है।
अगली कक्षाओं की शुरुआत
उत्तर प्रदेश में गर्मी की छुट्टियों के बाद 16 जून से नियमित कक्षाओं की शुरुआत हो जाएगी। तब तक समर कैंप का आयोजन भी समाप्त हो जाएगा। शिक्षकों और छात्रों के लिए यह एक राहत का समय होगा क्योंकि नियमित कक्षाएं फिर से शुरू होने के बाद पढ़ाई का सिलसिला तेज हो जाएगा।
उत्तर प्रदेश में गर्मी की छुट्टियों की घोषणा और समर कैंप के आयोजन से संबंधित दिशा-निर्देशों ने स्कूलों के माहौल को प्रभावित किया है। शिक्षक इस बदलाव से नाखुश हैं, लेकिन प्रशासन का कहना है कि समर कैंप के आयोजन से छात्रों को अतिरिक्त लाभ होगा। अब देखना यह है कि यह समर कैंप कितने प्रभावी साबित होते हैं और शिक्षकों की नाराजगी पर प्रशासन क्या कदम उठाता है।