UP Politics: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को निशाने पर लेते हुए यूपी विधानसभा चुनाव 2027 को लेकर अपनी रणनीति स्पष्ट की है। अखिलेश यादव ने योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर कड़ी टिप्पणियां की हैं और हाल ही में सुल्तानपुर डकैती कांड के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस और विशेष पुलिस बल (STF) पर सवाल उठाए हैं।
Read more: Odisha में PM मोदी ने रखी विकास परियोजनाओं की आधारशिला, राज्य सरकार की सुभद्रा योजना का किया शुभारंभ
योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर हमला
अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही कानून व्यवस्था को लेकर करारा हमला किया है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के बाद से ही योगी सरकार को कठघरे में खड़ा किया है, जहां एनकाउंटर पॉलिसी पर विशेष रूप से सवाल उठाए गए हैं। सुल्तानपुर में आभूषण कारोबारी डकैती कांड के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर अखिलेश यादव ने प्रदेश की एसटीएफ को ‘स्पेशल ठाकुर फोर्स’ कहकर उसका मजाक उड़ाया।
Read more: PM Modi’s 74th Birthday: 8 अंक से है पीएम मोदी गजब कनेक्शन, जानिए इसके पीछे की अनोखी कहानी
सुल्तानपुर एनकाउंटर पर तीखी प्रतिक्रिया
अखिलेश यादव ने सुल्तानपुर डकैती कांड के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि एनकाउंटर को लेकर किए गए दावे फर्जी हैं और इसे पीडीए (पार्टी डेमोक्रेटिक एंटी) से जोड़ा है। उनके अनुसार, कई एनकाउंटर में पीडीए के लोग शामिल हैं और मंगेश यादव के एनकाउंटर में भी यही खेल हुआ है। अखिलेश यादव ने कहा कि मंगेश यादव को 2 सितंबर को उठाया गया और 5 सितंबर को एनकाउंटर कर दिया गया, जिससे जनता के बीच यह धारणा बनी है कि एसटीएफ को ‘स्पेशल ठाकुर फोर्स’ के नाम से जाना जा रहा है।
योगी सरकार पर आरोप
अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर योगी आदित्यनाथ को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें पहले एसटीएफ के बारे में सही जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। उन्होंने योगी सरकार के मठाधीशों के खिलाफ टिप्पणियों को लेकर कहा कि उनका उद्देश्य साधु-संतों की हत्या पर नहीं था, बल्कि उन्होंने मठाधीशों और फर्जी एनकाउंटर पर ही सवाल उठाए थे। अखिलेश ने 2017 के बाद कई साधु-संतों की हत्या की घटनाओं का जिक्र किया और इसे योगी सरकार की विफलता बताया।
लोकसभा चुनाव में सपा की रणनीति
अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी (सपा) की रणनीति का भी जिक्र किया और कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी ने बेईमानी नहीं की होती, तो पीडीए गठबंधन 50 सीटों से अधिक जीत सकता था। उन्होंने दावा किया कि कई लोकसभा सीटों पर प्रशासन का व्यवहार निष्पक्ष नहीं था, जिससे चुनाव परिणाम प्रभावित हुए। उनका कहना था कि यदि प्रशासन सही रहता और चुनाव आयोग शिकायतों पर कार्रवाई करता, तो आज स्थिति अलग होती।
Read more: Delhi New CM: दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनीं Atishi Marlena,AAP विधायक दल की बैठक में लगी मुहर
अयोध्या सीट पर भाजपा की हार
अखिलेश यादव ने अयोध्या-फैजाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा की हार को अहम बताया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में जमीन को लेकर भ्रष्टाचार हो रहा है, और इस स्थिति को देखते हुए यह तय करना आसान है कि भाजपा ने वहां किस तरह की नाकामी का प्रदर्शन किया है। अयोध्या के किसानों और व्यापारियों की समस्याओं का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा कि सरकार ने उन्हें उचित मुआवजा नहीं दिया और पुराने बाजारों को बुलडोजर से ढहा दिया।
Read more: Lucknow: विधायक निवास परिसर में युवक की लाश मिलने से मचा हड़कंप, बॉडी पर है चोट के निशान
भाजपा के द्वारा पुतले जलाने की रणनीति पर बोले अखिलेश
अखिलेश यादव ने भाजपा द्वारा प्रदेश भर में सपा के पुतले जलाने की कार्रवाई पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि भाजपा ने छह पुतले जलाए, जबकि सपा चाहती तो आधे घंटे में 600 पुतले जलवाने की क्षमता रखती थी। इस टिप्पणी के जरिए उन्होंने भाजपा की रणनीति पर कटाक्ष किया और अपनी पार्टी की शक्ति का संकेत दिया।
माफियाओं के खिलाफ योगी सरकार की कार्रवाई पर उठाया सवाल
अखिलेश यादव ने माफियाओं के खिलाफ योगी सरकार की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए और कहा कि कोई मुख्यमंत्री जेल में जाकर माफिया के साथ चाय नहीं पीता। उन्होंने योगी सरकार के माफियाओं के खिलाफ कड़े एक्शन को लेकर आलोचना की और दावा किया कि यूपी का कोई मुख्यमंत्री अपने मुकदमे वापस नहीं लेता।
आरक्षण और लैटरल एंट्री पर टिप्पणी
अखिलेश यादव ने भाजपा द्वारा संविधान बदलने की कोशिशों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आरक्षण खत्म नहीं हो सकता, लेकिन यूपी में कई विभागों में लैटरल एंट्री के मामलों में आरक्षण मानकों का पालन नहीं हुआ। उन्होंने कृषि विभाग के उदाहरण के साथ सवाल उठाया कि लैटरल एंट्री में आरक्षण की अवहेलना की गई है।
Read more: Firozabad Blast: फिरोजाबाद की एक पटाखा फैक्ट्री में हुआ भीषण विस्फोट, 5 की मौत और दर्जनों घायल