UP News: सुल्तानपुर रोड (Sultanpur Road) स्थित खुर्दही में पिछले 42 दिनों से भारतीय किसान यूनियन (BKU) टिकैत के नेतृत्व में धरना दे रहे किसानों का गुस्सा गुरुवार को फूट पड़ा। बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर इकट्ठा हुए और सीएम आवास (CM Residence) की ओर कूच करने की तैयारी कर रहे हैं। विरोध कर रहे किसानों से बातचीत करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं, लेकिन अब तक बातचीत का कोई समाधान नहीं निकल पाया है। किसानों की मांग है कि आवास विकास और लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) के वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर बुलाया जाए ताकि उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।
Read more: Bangladesh: शेख हसीना की पार्टी के छात्र संगठन पर पर लगा बैन,एंटी टेररिज्म एक्ट के तहत हुई कार्रवाई
नेशनल हाईवे पर किसानों का विरोध, NH 56 किया जाम
किसानों का गुस्सा सुल्तानपुर रोड पर भी दिखाई दिया, जब उन्होंने HCL के पास नेशनल हाईवे 56 (NH 56) को जाम कर दिया। पिछले एक घंटे से हाईवे पर जाम लगा हुआ है, जिससे यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है। इस जाम को पुलिस की लापरवाही और इंटेलिजेंस यूनिट (LIU) की विफलता बताया जा रहा है, क्योंकि हाईवे पर किसानों की भीड़ पहले से जमा थी, लेकिन पुलिस समय पर मौके पर नहीं पहुंची। किसानों के इस विरोध के कारण स्थानीय लोगों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
Read more: Agra News: अजीब बात है! अब आगरा एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की मिली धमकी
सीएम आवास कूच की तैयारी में जुटे किसान
गुरुवार सुबह बड़ी संख्या में किसान सुल्तानपुर रोड पर इकट्ठा हुए और ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर सीएम आवास की ओर कूच करने की तैयारी में जुट गए। मौके पर पहुंचे एडीसीपी साउथ राजेश यादव, एसीपी गोसाईंगंज किरण यादव और एसीपी मोहनलालगंज रजनीश वर्मा समेत पुलिस का भारी दल किसानों को समझाने की कोशिश कर रहा है। इसके साथ ही मोहनलालगंज के एसडीएम, आवास विकास, एलडीए और जिला प्रशासन की टीम भी वहां मौजूद है। किसानों की ओर से जिलाध्यक्ष आलोक यादव और अन्य किसान नेताओं ने अधिकारियों से वार्ता की, लेकिन बातचीत अब तक बेनतीजा रही है।
Read more: Jammu and Kashmir: बारामूला के कोर्ट परिसर में फटा ग्रेनेड, पुलिस का एक जवान घायल
मौके पर आएं वरिष्ठ अधिकारी
प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि एलडीए और आवास विकास जबरन उनकी जमीनों का अधिग्रहण कर रहा है, और उन्हें सर्किल रेट से भी कम मुआवजा दिया जा रहा है। किसानों की मांग है कि उन्हें उनकी जमीनों के लिए उचित मुआवजा मिले, तभी वे अपनी जमीनें देने को तैयार होंगे। किसानों का आरोप है कि प्रशासन हर बार केवल आश्वासन देकर चला जाता है, लेकिन जमीन से जुड़े मुद्दों का कोई ठोस समाधान नहीं निकलता। इस बार किसानों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक आवास विकास और एलडीए के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर नहीं आएंगे, तब तक वे किसी भी तरह की वार्ता को स्वीकार नहीं करेंगे।
Read more: Jammu and Kashmir: उमर अब्दुल्ला ने गृह मंत्री अमित शाह से की मुलाकात, इन मुद्दों पर हुई चर्चा
पुलिस की लापरवाही पर उठा सवाल
HCL के पास नेशनल हाईवे 56 पर बैठे किसानों के विरोध ने यातायात को पूरी तरह से बाधित कर दिया है। इस जाम के कारण आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस और LIU की लापरवाही को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं, क्योंकि किसानों की भीड़ हाईवे पर पहले से मौजूद थी, लेकिन पुलिस समय पर नहीं पहुंची।
अधिकारियों और किसानों के बीच बातचीत का कोई नतीजा नहीं
मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने किसानों से कई दौर की बातचीत की है, लेकिन कोई हल नहीं निकला है। किसानों का कहना है कि उन्हें बार-बार केवल आश्वासन दिया जाता है, लेकिन जमीन के मुआवजे का मुद्दा अब तक नहीं सुलझा। किसानों का आरोप है कि प्रशासन जबरदस्ती उनकी जमीनें ले रहा है, और उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिल रहा। उन्होंने मांग की है कि जब तक उच्च स्तर के अधिकारी मौके पर आकर समस्या का समाधान नहीं करेंगे, तब तक वे धरना खत्म नहीं करेंगे। अब देखना होगा कि आगे इस मुद्दे पर क्या कदम उठाए जाते हैं और क्या सरकार किसानों की मांगों को मानते हुए कोई ठोस निर्णय लेगी।
Read more: Ayodhya: कमरे में संदिग्ध हालात में मिला ADM कानून व्यवस्था सुरजीत सिंह का शव, छानबीन में जुटी पुलिस