UP Politics: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) 27 जुलाई को होने वाली नीति आयोग की बैठक में शामिल होने के लिए शुक्रवार को दिल्ली आएंगे। मुख्यमंत्री योगी लखनऊ से शाम 4 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ का यह दिल्ली दौरा केवल औपचारिकताओं तक सीमित नहीं रहेगा। यह दौरा भाजपा के अंदरूनी कलह को सुलझाने, संगठनात्मक बदलावों की संभावना और विधानसभा उपचुनावों की रणनीति तय करने की दिशा में एक अहम भूमिका निभा सकता है।
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राजनीतिक नेताओं से मुलाकात की संभावना
सीएम योगी दिल्ली में कई बड़े नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं। नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक से पहले या बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से भी उनकी मुलाकात की संभावना है। इसके अलावा, सीएम योगी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि, इन मुलाकातों का समय अभी तक तय नहीं हुआ है।
भाजपा में अंदरूनी कलह पर होगी चर्चा
सीएम योगी की यह मुलाकात उत्तर प्रदेश भाजपा में मचे घमासान और पार्टी में आपसी कलह को लेकर हो सकती है। विधानसभा उपचुनाव से पहले, पार्टी किसी भी प्रकार की कमी नहीं छोड़ना चाहती है और इसी कारण सीएम योगी आपसी कलह को खत्म करने का प्रयास कर रहे हैं। लोकसभा उपचुनाव में अच्छे परिणाम न आने के बाद से पार्टी में अंतर्कलह की बात सामने आने लगी थी।
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डिप्टी सीएम भी होंगे दिल्ली दौरे पर
कल, 27 जुलाई को, उत्तर प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक भी दिल्ली जाएंगे। वे भी नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में हिस्सा लेंगे। सीएम योगी की वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की संभावनाओं के बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी प्रदेश संगठन में बड़ा बदलाव हो सकता है।
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भाजपा नेतृत्व करेगा व्यापक समीक्षा
मिली जानकारी के अनुसार, भाजपा का शीर्ष नेतृत्व यूपी के सभी नेताओं के साथ बैठक कर सकता है। इस बैठक में भाजपा नेताओं के बयानबाजी से बिगड़ रहे माहौल, लोकसभा चुनाव में हार की समीक्षा और भविष्य की रणनीति पर चर्चा होगी। बैठक में दस सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव पर भी मंथन होगा। हाल ही में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने जे पी नड्डा से दिल्ली जाकर मुलाकात की थी।
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डिप्टी सीएम की अनुपस्थिति
यूपी उपचुनाव से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ यूपी में कई मंडलों की समीक्षा बैठकें कर रहे हैं। इन बैठकों में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) शामिल नहीं हुए हैं। बीजेपी नेता के नजदीकी सूत्रों के मुताबिक, अब तक सीएम योगी कुल 11 मंडलों की समीक्षा कर चुके हैं, लेकिन दोनों ही डिप्टी सीएम को इनमें नहीं बुलाया गया है।
राजनीतिक विश्लेषण
सीएम योगी का यह दिल्ली दौरा कई दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। यूपी में विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों के मद्देनजर, यह दौरा पार्टी के अंदरूनी संघर्ष को सुलझाने का एक प्रयास माना जा सकता है। पिछले लोकसभा उपचुनाव में भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद से पार्टी के भीतर असंतोष बढ़ा है। सीएम योगी की यह यात्रा भाजपा के प्रदेश संगठन में बदलाव और आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन की रणनीति तय करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है। आगामी दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि भाजपा के प्रदेश नेतृत्व में क्या बदलाव होते हैं और इसका चुनाव परिणामों पर क्या प्रभाव पड़ता है।
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