UP News: उत्तर प्रदेश में बीते दो दिनों से हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य के कई जिलों में जलभराव की गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। लखनऊ (Lucknow) से लेकर गोरखपुर तक, हर जगह लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सड़कें पानी में डूबी हैं, घरों में पानी घुस गया है, और यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। सरकार के दावों और विकास कार्यों की पोल इस बारिश ने खोलकर रख दी है।
अखिलेश यादव का योगी सरकार पर तंज
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के गृह जनपद गोरखपुर में भी हालात बेकाबू हो गए हैं। सड़कों पर पानी भरने से शहर की कई प्रमुख जगहों पर तालाब जैसी स्थिति बन गई है। इसे लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने योगी सरकार पर तीखा तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा, “काशी तो क्योटो नहीं बना, लेकिन गोरखपुर नहरों का नगर वेनिस बन गया। भ्रष्टाचार के कचरे से जल निकासी बाधित हो गई है। जब ‘मुख्य-नगरी’ का ये हाल है तो समझ लीजिए बाक़ी उप्र क्यों बेहाल है।”
लखनऊ समेत कई जिलों में जलभराव, प्रशासन बेबस
राजधानी लखनऊ में भी भारी बारिश के कारण जलभराव की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। कई इलाकों में सड़कें पूरी तरह से पानी में डूब गई हैं। जलजमाव के चलते कई वाहन फंस गए हैं और यातायात ठप हो गया है। लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने में दिक्कत हो रही है, और कई जगहों पर तो घरों के अंदर भी पानी घुस गया है। नालियों की सफाई न होने के कारण स्थिति और भी गंभीर हो गई है, जिससे सरकार के विकास कार्यों पर सवाल उठने लगे हैं।
गोरखपुर में सफाई व्यवस्था पर उठे सवाल
गोरखपुर (Gorakhpur) में बारिश के बाद से ही जगह-जगह जलभराव की स्थिति देखी गई। शहर के कई मोहल्लों में घरों में पानी भर गया, और सड़कें पूरी तरह तालाब बन गईं। लोगों को पैदल चलने में भी भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। बारिश ने सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी है, क्योंकि नालियों की सफाई न होने की वजह से पानी का निकास बाधित हो गया है। इससे जलभराव की स्थिति और भी विकराल हो गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन ने समय रहते नालियों की सफाई नहीं की, जिसका खामियाजा अब पूरे शहर को भुगतना पड़ रहा है।
सरकार के विकास कार्यों पर उठाया सवाल
इस भारी बारिश ने योगी सरकार के विकास कार्यों की असलियत को उजागर कर दिया है। जिस तरह से गोरखपुर और अन्य शहरों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हुई है, उससे साफ हो गया है कि सरकार की योजनाएं सिर्फ कागजों तक ही सीमित हैं। जनता को यह सोचने पर मजबूर होना पड़ रहा है कि आखिर करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी क्यों सड़कों पर पानी भर रहा है और क्यों नालियों की सफाई नहीं हो रही है।
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सत्ताधारी पार्टी पर उठायी उंगली
भारी बारिश के चलते उत्तर प्रदेश सरकार की विकास योजनाओं पर सवाल उठने के बाद, विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाकर सरकार पर हमला बोल दिया है। समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों का कहना है कि यह हाल सरकार की लापरवाही का नतीजा है। अखिलेश यादव के तंज ने न केवल सत्ताधारी पार्टी के कामकाज पर उंगली उठाई है, बल्कि जनता के बीच नाराजगी को और बढ़ा दिया है।
समाजवादी पार्टी का आरोप: भ्रष्टाचार बना जलभराव का कारण
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने जलभराव के लिए सीधे तौर पर सरकार के भ्रष्टाचार को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि भ्रष्टाचार की वजह से नालियों की सफाई और जलनिकासी की सही व्यवस्था नहीं हो पाई, जिसके कारण गोरखपुर जैसे प्रमुख शहरों में भी जलभराव हो गया। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने सही तरीके से सफाई और जलनिकासी की व्यवस्था की होती, तो आज जनता को इस स्थिति का सामना नहीं करना पड़ता।
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भारी बारिश ने सरकार के दावों की खोली पोल
उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश ने जहां आम जनता की समस्याओं को बढ़ा दिया है, वहीं सरकार के विकास कार्यों और योजनाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जलभराव की समस्या ने प्रशासन और सरकार की कार्यप्रणाली पर उंगलियां उठाई हैं। अब देखना यह है कि सरकार इस समस्या से निपटने के लिए क्या कदम उठाती है और क्या जलभराव की इस विकराल स्थिति से जनता को राहत मिल पाएगी।