UP IPS Transfer: उत्तर प्रदेश में पुलिस विभाग में तबादलों का दौर लगातार जारी है। मंगलवार को योगी सरकार ने एक बार फिर 32 आईपीएस अधिकारियों के कार्य क्षेत्र में बदलाव किया है। इनमें से 12 अधिकारियों को डीआईजी के पद पर प्रमोशन मिलने के बाद नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह तबादला राज्य में पुलिस प्रशासन को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
पुलिस उपाधीक्षकों का तबादला

इससे पहले सोमवार को योगी सरकार ने प्रांतीय पुलिस सेवा के 11 अधिकारियों के तबादले किए थे। साथ ही प्रयागराज महाकुंभ में तैनात पुलिस उपाधीक्षकों को भी नई तैनाती दी गई है। सरकार ने इस बदलाव के दौरान मुख्यमंत्री सुरक्षा में तैनात पुलिस उपाधीक्षक नितेश प्रताप सिंह को पुलिस उपाधीक्षक बिजनौर, राजीव प्रताप सिंह को पुलिस उपाधीक्षक मुख्यमंत्री सुरक्षा लखनऊ से पुलिस उपाधीक्षक हमीरपुर बनाया है।
नई तैनातियों में हुए अहम बदलाव
इसी क्रम में अंकित कुमार-1, जो कि पुलिस उपाधीक्षक सुरक्षा मुख्यालय में तैनात थे, अब हरदोई का पुलिस उपाधीक्षक बनाए गए हैं। आस्था जायसवाल को सहायक पुलिस आयुक्त, कमिश्नरेट आगरा से पुलिस उपाधीक्षक आजमगढ़, जयेन्द्र नाथ अस्थाना को सहायक पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट लखनऊ से पुलिस उपाधीक्षक हाथरस और संदीप कुमार वर्मा को पुलिस उपाधीक्षक कुंभ मेला प्रयागराज से कासगंज का पुलिस उपाधीक्षक बनाया गया है।
कई अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां मिली

राम कृष्ण चतुर्वेदी को पुलिस उपाधीक्षक कुंभ मेला प्रयागराज के पद से चित्रकूट का मंडलाधिकारी नियुक्त किया गया है। महेन्द्र सिंह देव को पुलिस उपाधीक्षक कुंभ मेला प्रयागराज से पुलिस उपाधीक्षक अभिसूचना मुख्यालय लखनऊ, सुशील कुमार सिंह को पुलिस उपाधीक्षक अभिसूचना मुख्यालय से लखनऊ का मंडलाधिकारी और डा. कृष्ण गोपाल सिंह को पुलिस उपाधीक्षक कुंभ मेला प्रयागराज से पुलिस उपाधीक्षक फतेहपुर बनाया गया है।
नए आदेशों से पुलिस प्रशासन को मिलेगी मजबूती
इसके अलावा, प्रशाली गंगवार को पुलिस उपाधीक्षक गोरखपुर से सहायक पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर बनाया गया है। योगी सरकार के इस कदम से राज्यभर में पुलिस प्रशासन को और मजबूती मिलेगी, जिससे अपराधों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।
योगी सरकार के इन तबादलों से पुलिस विभाग में नई ऊर्जा का संचार होगा, और सभी अधिकारियों को नई जिम्मेदारियों के साथ काम करने का मौका मिलेगा। इससे राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने की उम्मीद है।