UP By-Election: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (akhilesh yadav) ने रविवार को उत्तर प्रदेश के कटेहरी विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा (BJP) की डबल इंजन सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि दिल्ली और लखनऊ की सरकारें आपस में ही टकरा रही हैं। सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा के अंदर ही खींचतान इतनी बढ़ गई है कि उनका आंतरिक सर्वे हार की ओर इशारा कर रहा है।
“डबल इंजन के नारे भी टकरा रहे हैं”
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार में दिल्ली और लखनऊ के बीच समन्वय की कमी साफ नजर आ रही है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में डीजीपी की नियुक्ति को लेकर हो रही देरी पर तंज कसते हुए कहा, “दिल्ली और लखनऊ के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। दिल्ली किसी और को डीजीपी बनाना चाहती है और लखनऊ किसी और को। इनके नारे तक टकरा रहे हैं।”
Read more: Kasganj: पुलिस मुठभेड़ में गौकशी के तीन वांछित आरोपी गिरफ्तार, जवाबी कार्रवाई में दो को लगी गोली
“संत, मुनि कम बोलते हैं, लेकिन यहां कटुता फैलाई जा रही है”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि संत, मुनि और ऋषि कम बोलते हैं और समाज में शांति का संदेश देते हैं। लेकिन यहां कटुता फैलाई जा रही है। उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी सरकार अपने ही डर से चुनाव टालने की कोशिश कर रही है। उन्होंने छठ पर्व का जिक्र करते हुए कहा, “भाजपा को लगा कि छठ पर्व पर जो लोग अपने घर आएंगे, वे उनके खिलाफ वोट करेंगे। इसलिए चुनाव टाल दिया गया।”
“खाद की बोरी का वजन कम किया, अब खाद ही गायब”
अखिलेश यादव ने किसानों के मुद्दे पर भाजपा को घेरा। उन्होंने कहा, “पहले खाद की बोरियों का वजन कम कर दिया गया और अब तो खाद ही गायब हो रही है। भाजपा सरकार ने किसानों की समस्याओं को कभी गंभीरता से नहीं लिया।”
“चुनावी धांधली से जनता का कानून-व्यवस्था पर से भरोसा उठ गया”
सपा अध्यक्ष ने मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट पर हो रही चुनावी गतिविधियों का जिक्र करते हुए भाजपा पर चुनावी धांधली के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों का पैदल मार्च कराना जनता में डर पैदा करने की साजिश है। उन्होंने कहा, “ये युद्ध स्तरीय तैयारी उत्तर प्रदेश में हो रही है, न कि चीन की सीमा पर। भाजपा राज में चुनावी प्रक्रिया को इतना प्रभावित किया जा रहा है कि जनता का कानून-व्यवस्था से विश्वास उठ गया है।”
“जनता ने ठान लिया है, इस बार भाजपा को हराना है”
अखिलेश यादव ने दावा किया कि जनता अब भाजपा की साजिशों को समझ चुकी है और इस बार बाहर निकलकर वोट डालने का फैसला कर चुकी है। उन्होंने निर्वाचन आयोग से मांग की कि वह चुनावी धांधली की साजिशों को रोके। सपा प्रमुख ने कहा, “जनता अब अपने मोबाइल कैमरों के साथ तैनात रहेगी। जो भी गड़बड़ी करेगा, उसे अदालत तक ले जाकर दंड दिलवाया जाएगा। जनता ने ‘मतदान भी, सावधान भी’ का नारा अपनाया है और अपने वोट की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है।”
चुनावों के जरिए भाजपा को जनता देगी जवाब
उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों, जिनमें कटेहरी (आंबेडकरनगर), करहल (मैनपुरी), कुंदरकी (मुरादाबाद), और सीसामऊ (कानपुर) शामिल हैं, पर उपचुनाव होने हैं। अखिलेश यादव ने इन सीटों पर भाजपा को कड़ी चुनौती देने का भरोसा जताया। उन्होंने कहा, “भाजपा के चुनावी घोटाले इस बार काम नहीं आएंगे। जनता भाजपा को हराने के लिए पूरी तरह तैयार है और इसे अपनी एकजुटता से साबित करेगी।”
उत्तर प्रदेश के इन उपचुनावों को सपा और भाजपा दोनों के लिए अहम माना जा रहा है। जहां सपा अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश में है, वहीं भाजपा के लिए ये चुनाव लोकसभा चुनाव 2024 से पहले जनता के मूड को भांपने का एक मौका हैं। अखिलेश यादव की आक्रामक बयानबाजी से सपा समर्थकों में जोश है, लेकिन देखना होगा कि ये जोश चुनावी नतीजों में कितना बदलता है।