Union Budget FY2025: मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि आगामी यूनियन बजट में सरकार को कंजम्प्शन सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। खासतौर पर, कंजम्प्शन में वृद्धि के लिए इनकम टैक्स के रेट्स में कमी किए जाने की संभावना जताई जा रही है। कई प्रमुख ब्रोकरेज फर्मों ने सरकार को यह सलाह दी है कि टैक्स स्लैब में सुधार करने से लोगों के पास अधिक खर्च करने के लिए पैसे बचेंगे, जिससे कंजम्प्शन सेक्टर में तेजी आ सकती है।
कंजम्प्शन सेक्टर में तेजी की संभावना
कंजम्प्शन सेक्टर, जिसमें एफएमसीजी (फास्ट मूविंग कंजम्प्शन गुड्स), ड्यूरेबल्स (लंबे समय तक उपयोग होने वाली वस्तुएं) और कंज्यूमर स्टॉक्स शामिल हैं, इस समय थोड़ा सुस्त चल रहा है। पिछले एक साल में इन सेक्टर के स्टॉक्स में गिरावट देखने को मिली है, जो मुख्य रूप से इन कंपनियों की कमजोर अर्निंग्स ग्रोथ के कारण हुआ है। कंजम्प्शन कंपनियों की ग्रोथ घटकर सिंगल डिजिट में चली गई है, जिसका असर इनकी शेयर कीमतों पर पड़ा है।
हालांकि, अगर सरकार बजट में कुछ अहम कदम उठाती है, तो कंजम्प्शन सेक्टर में उछाल आ सकता है। ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि सरकार यदि इनकम टैक्स की दरों में कमी करती है तो इसका सीधा फायदा कंजम्प्शन सेक्टर को मिलेगा। ऐसा होने पर लोग अधिक खरीदारी करेंगे, क्योंकि उनके पास खर्च करने के लिए ज्यादा पैसा होगा। इसके अलावा, यदि सरकार कंजम्प्शन को बढ़ावा देने के लिए उपभोक्ता वस्तुओं पर राहत देती है, तो इससे एफएमसीजी, ड्यूरेबल्स और कंज्यूमर स्टॉक्स में भी तेजी आ सकती है।
कंजम्प्शन कंपनियों की कमजोर प्रदर्शन के कारण
पिछले कुछ महीनों में कंजम्प्शन सेक्टर की कंपनियों का प्रदर्शन कमजोर रहा है। एफएमसीजी कंपनियों, ड्यूरेबल्स और अन्य कंज्यूमर स्टॉक्स में स्टॉक प्राइस की गिरावट आई है। इसका मुख्य कारण इन कंपनियों की अर्निंग्स ग्रोथ का सुस्त होना है, जो कुछ समय से सिंगल डिजिट में चल रही है। इस कारण निवेशकों की ओर से इन शेयरों को लेकर थोड़ा संकोच देखा जा रहा है, जिससे इनके शेयर प्राइस में दबाव पड़ा है।
बजट के बाद कंजम्प्शन स्टॉक्स में तेजी की संभावना
अगर आगामी यूनियन बजट में सरकार कंजम्प्शन बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाती है, तो कंजम्प्शन सेक्टर के स्टॉक्स में तेजी आ सकती है। बाजार के जानकारों का मानना है कि इनकम टैक्स में छूट, उपभोक्ता वस्तुओं पर टैक्स की दर में कमी, और अन्य उपभोक्ता लाभ योजनाओं से इन कंपनियों के मुनाफे में वृद्धि हो सकती है। इसका असर एफएमसीजी कंपनियों, ड्यूरेबल्स और कंज्यूमर स्टॉक्स के शेयरों पर दिखाई दे सकता है।
विशेष रूप से, इन कंपनियों में निवेशकों को अधिक आकर्षण मिल सकता है, जिससे उनके शेयर की कीमतों में उछाल आ सकता है। इसके साथ ही, कंजम्प्शन सेक्टर की बढ़ती मांग के कारण कंपनियों की अर्निंग्स ग्रोथ में भी सुधार हो सकता है, जो लंबे समय में इन कंपनियों के स्टॉक्स के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।