लखनऊ संवाददाता- MOHD KALEEM
इसी मोहल्ले के एक और युवक की भी 10 दिन पहले हुई थी मौत
लखनऊ: शहर के ठाकुरगंज इलाके के एक ही मोहल्ले में करीब 36 घंटे में रहस्यमयी रोग से दो युवकों की मौत हो गई है। निजी अस्पताल में दोनों का चंद घंटे ही इलाज हो सका। इसी मोहल्ले के एक और युवक की भी 10 दिन पहले मौत हो गई थी। डॉक्टरों का कहना है कि जांच में युवकों की सही बीमारी पता नहीं चली। दोनों रिश्तेदार थे। दो युवकों की अचानक मौत से मोहल्ले के लोग दहशत में हैं। सीएमओ का कहना है कि सोमवार को स्वास्थ्य टीम इलाके का निरीक्षण और जांच करेगी।
ठाकुरगंज के करीमगंज निवासी चांदबाबू (40) जरदोजी कारीगर थे। शुक्रवार को चांदबाबू की अचानक तबीयत बिगड़ गई। परिजनों के मुताबिक पैर में ऐंठन और सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें स्थानीय यूनिक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने जांच के बाद पाया कि चांदबाबू के शरीर में ऑक्सीजन लेवल बेहद कम हो गया है। तीन घंटे चले इलाज के बाद उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने दावा है कि मरीज में जीबी सिड्रोम जैसे लक्षण थे।
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रहस्यमयी रोग से दो युवकों की मौत
इसके अलावा इसी मोहल्ले के दूसरे युवक मो. बाबर (39) की भी शनिवार को अचानक तबीयत बिगडऩे के बाद ब्लू लाइन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। परिजनों के मुताबिक बाबर को भी पैर में ऐंठन और सांस लेने की समस्या हो रही थी। बाबर ने भी कुछ ही घंटे चलें इलाज के बाद दम तोड़ दिया।
इसी मोहल्ले के शहनवाज (30) की भी 10 दिन पहले मौत हो गई थी। परिवारीजन उसे हालत बिगडऩे पर नजदीक के निजी अस्पताल ले गए थे। वहां डॉक्टरों ने उन्हें प्राथमिक इलाज दिया, लेकिन हालत और बिगड़ती चली गई। भर्ती होने के कुछ ही देर बाद शहनवाज ने भी दम तोड़ दिया था।
स्थानीय लोगों की भी कराई जाएगी जांच
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल के मुताबिक ठाकुरगंज के करीमगंज में युवकों की मौत की जानकारी हुई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर जांच कराई जाएगी। युवकों का डेट ऑडिट कराया जाएगा। स्थानीय लोगों की भी जांच कराई जाएगी।
विशेषज्ञ डॉक्टरों के मुताबिक जीबी सिंड्रोम में मांसपेशियों को संचालित करने वाली नर्व में सूजन आ जाती है। नर्व काम करना बंद कर देती है। लकवा जैसा लगता है। चलने फिरने और बोलने तक में दिक्कत होती है। वैसे जीबी सिंड्रोम के लक्षण या बीमारी होने पर मरीज की इतनी जल्दी मौत नहीं होती। समय से इलाज शुरू हो जाने पर ज्यादातर मरीज ठीक हो जाते हैं।