कुशीनगर संवाददाता- ज्ञानेश्वर बरनवाल
Kushinagar: कुशीनगर पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल के निर्देशन एवं अपर पुलिस अधीक्षक कुशीनगर रितेश कुमार सिंह के पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी तमकुहीराज जितेन्द्र सिंह कालरा के नेतृत्व मे अपराध एवं अपराधियों के विरुध्द चलाये जा रहे अभियान के क्रम में आज प्रभारी निरीक्षक तमकुहीराज नीरज राय मय टीम व प्रभारी निरीक्षक स्वाट सुशील शुक्ला मय संयुक्त टीम द्वारा गाजीपुर भरपटिया मार्ग के पास चेकिंग की जा रही कि 02 अदद मोटर साइकिल वाहन आते दिखायी दी।
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पुलिस टीम द्वारा रोकने का प्रयास किया
जिसको पुलिस टीम द्वारा रोकने का प्रयास किया गया। बाइक सवार अभियुक्तों द्वारा पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से गोली चलायी गयी। जवाबी कार्यवाही/प्रतिरक्षा में अभियुक्त सुल्तान उर्फ यासीन पुत्र शाहजहाँ उर्फ जफर उर्फ शहजान निवासी घेर श्यामू खाँ ठंडी सड़क निकट मदर इंडिया कोल्ड स्टोर थाना कोतवाली नगर जनपद फर्रुखाबाद (घायल) (50000 रुपये का इनामी) व समीर अब्बास उर्फ वसीम अली पुत्र युसूफ अब्बास उर्फ जहूर अली निवासी घेर श्यामू खाँ ठंडी सड़क निकट मदर इंडिया कोल्ड स्टोर थाना कोतवाली नगर जनपद फर्रुखाबाद (25000 रुपये का इनामी) घायल हो गये एवं एक अन्य उनका साथी नमाजी अली पुत्र शाहजहां अली निवासी थावे विदेशी टोला थाना थावे जनपद गोपालगंज बिहार (गिरफ्तार) (25000 रुपये का इनामी) को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गयी।
झांसा देकर स्वर्ण आभूषण चोरी किया
मौके से अभियुक्तगणो के कब्जे से 3 अदद अवैध तमन्चा 315 बोर व 05 अदद जिन्दा कारतुस 315 बोर व 02 अदद खोखा कारतसू 315 बोर तथा घटना मे प्रयुक्त दो अदद टीवीएस अपाची वाहन सं0 BR 28 AC-9295 (2) यामहा FZ5 BR 22 AR 6756 बरामद हुआ तथा भिन्न भिन्न मुकदमा से 03 लाख 20 हजार रूपये बरामदगी की गयी। उल्लेखनीय है कि अभियुक्तगण द्वारा दिनांक 01.11.2023 को दाहुगंज बाजार में स्वर्ण व्यवसायी से दिन में वातो में उलझाकर झासा देकर स्वर्ण आभूषण चोरी किया गया था।
जिस सम्बन्ध में थाना स्थायी पर पंजीकृत मु0अ0स0 362/2023 धारा 379 भादवि पंजीकृत हुआ था सीसीटीवी फुटेज व अन्य संकलित साक्ष्य से मुकदमा उपरोक्त मे अपराधी यासीन उर्फ सुल्तान पुत्र शाहजहाँ निवासी ग्राम घेरश्यामू खाँ ठण्डी सड़क थाना कोतवाली नगर जनपद फरूखाबाद उ0प्र0 समीर अब्बास पुत्र युसुफ अब्बास निवासी ग्राम घेरश्यामू खाँ ठण्डी सड़क थाना कोतवाली नगर जनपद फरूखाबाद उ0प्र नमाजी अली पुत्र शाहजहाँ अली ग्राम थावे विदेशी टोला थाना थावे जिला गोपालगंज बिहार का नाम प्रकाश मे आया था।
50 हजार रूपया का ईनामी वांछित
मु0अ0स0 362/2023 धारा 379 भादवि थाना तमकुहीराज से अपराधी यासीन उर्फ सुल्तान 50 हजार रूपया का ईनामी वांछित व शेष दो अन्य अपराधियो के उपर 25000-25000 रूपये का पुरस्कार घोषित था व अभियुक्तगण के विरुध्द उ0प्र0 व बिहार के कई जनपदों में 01 दर्जन से अधिक मुकदमें दर्ज हैं। बरामदगी व गिरफ्तारी के आधार पर थाना स्थानीय पर मु0अ0स0 366/2023 धारा 307 /411भादवि0 व 3/25 आर्म्स एक्ट का अभियोग पंजीकृत कर अग्रिम आवश्यक विधिक कार्यावाही की जा रही है।
पच्चीस हजार रुपए का पुरस्कार से सम्मानित..
अभियुक्तगण से पूछताछ से ज्ञात हुआ कि उक्त अपराधी देहात के बाजारो मे रेकी कर स्वर्ण व्यवसायो से सेल्स टैक्स या पुलिस स्टाप बनकर बातो मे उलझाकर झाँसा देकर सोने चाँदी के जेवरात गायब/चोरी कर लेते है। इस सफलता से जुड़े पूरी पुलिस टीम को एडीजी गोरखपुर अखिल कुमार ने एक लाख रुपए और पुलिस अधीक्षक कुशीनगर द्वारा पच्चीस हजार रुपए का पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्तगण
- यासीन उर्फ सुल्तान पुत्र शाहजहाँ निवासी ग्राम घेरश्यामू खाँ ठण्डी सड़क थाना कोतवाली नगर जनपद फरूखाबाद उ0प्र0 (50 हजार रुपये का ईनामी घायल/गिरफ्तार)
- समीर अब्बास पुत्र युसुफ अब्बास निवासी ग्राम घेरश्यामू खाँ ठण्डी सड़क थाना कोतवाली नगर जनपद फरूखाबाद उ0प्र (25 हजार रुपये का ईनामी घायल/गिरफ्तार)
- नमाजी अली पुत्र शाहजहाँ अली ग्राम थावे विदेशी टोला थाना थावे जिला गोपालगंज बिहार (25 हजार रुपये का ईनामी गिरफ्तार)
गैंग पुलिस का रूप लेकर भी आपराधिक कार्य करते
अभियुक्त गण से पूछताछ के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि यह गैंग पुलिस का रूप लेकर भी आपराधिक कार्य करते हैं। जैसे सेल टैक्स ऑफिसर बन जाना, सादे वेशभूषा पहने के दौरान खास तौर पर खाकी जूता और जैकेट का इस्तेमाल करते हैं। ताकि आमजन मानस में यह दिखे की पुलिस है। इनका टारगेट बुजुर्ग व्यक्ति महिला एवं ज्वेलर्स विशेष तौर पर होते हैं। बुजुर्ग व्यक्ति या महिला को बैंक से पैसा निकाल कर जाते समय किसी बहाने रोक कर अपनी बातों में उलझांते हैं एवं झपट्टा मारकर पैसे लेकर फरार हो जाते हैं।
अपराधियों द्वारा बताया गया
साथ ही साथ जिस जनपद में यह अपना ठिकाना बनाते हैं,उस जनपद में अपराध ना करके बल्कि आसपास के जनपद में जाकर अपना टारगेट चिन्हित करते हैं और घटना को अंजाम देते हैं। घटना कारित करने के बाद भागते समय ही तुरंत यह अपने ऊपर पहने कपड़े को जैसे शर्ट जैकेट टीशर्ट को चेंज कर लेते हैं। ताकि फुटेज के दौरान आसानी से इनकी पहचान ना हो सके। हर अपराध में उनकी कोशिश होती है कि घटना में बदल बदल कर मोटरसाइकिल का इस्तेमाल किया जाए। ईरानी गैंग के सदस्य अनेक जनपद एवं राज्यों में फैले हुए हैं। जहां से इनको पूरी मदद मिल जाती है। कड़ाई से पूछताछ करने पर अपराधियों द्वारा बताया गया कि अपराध से प्राप्त हुए धन को यह अपने शौक आदि के लिए खर्च कर देते हैं।