- नहीं मिला कोई सुसाइड नोट, जांच में जुटी पुलिस
लखनऊ संवाददता- मोहम्मद कलीम
लखनऊ। हुसैनगंज में युवक ने नौकरी छूटने से परेशान होकर फांसी लगा ली। परिवार के लोग दरवाजा तोड़कर भीतर गए तो पंखे के कुंडे से रस्सी के फंदे के सहारे उसका शव लटका हुआ था। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
युवक ने फांसी लगाकर
छितवापुर निवासी अरविंद के मुताबिक भाई विवेक कुमार (30) नाका स्थित मोबाइल की दुकान पर काम करता था। करीब चार माह पहले उसकी नौकरी छूट गई थी। उसने कई जगह प्रयास किया पर नौकरी नहीं मिली। वह काफी परेशान रहता था। विवेक सुबह सोकर उठा तो बिल्कुल सामान्य था। नाश्ता करने के बाद वह दूसरे मंजिल पर स्थित कमरे में चला गया।
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काफी समय बीतने के बाद भी विवेक नीचे नहीं आया। विवेक की पत्नी कुमकुम ने कई आवाज दी पर कोई जवाब नहीं आया। परिवार के लोग दरवाजा तोड़कर भीतर गए तो विवेक पंखे के कुंडे से रस्सी के फंदे के सहारे लटका हुआ था। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर हुसैनगंज के मुताबिक कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। जांच की जा रही है। परिवार में एक बेटी काव्या है।
टाटा मोटर्स कर्मचारी की संदिग्ध हालात में मौत
लखनऊ। इंदिरानगर में टाटा मोटर्स कर्मचारी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। आनन- फानन में उन्हें लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

पुलिस के मुताबिक इंदिरानगर बी-ब्लॉक निवासी महिमा ने बताया कि पिता दिनेश कुमार (52) की तबीयत कुछ दिन से खराब चल रही थी। गुरुवार सुबह उन्होंने कीटनाशक दवा ओआरएस समझकर पी ली। कुछ ही देर में उनकी हालत बिगडऩे लगी। आनन- फानन में उन्हें लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इंस्पेक्टर विभूतिखंड के मुताबिक जांच पड़ताल की जा रही है। दिनेश टाटा मोटर्स में कार्यरत थे।